तमिलनाडु की सत्ताधारी पार्टी AIADMK में इस दिनों काफी हलचल मची हुई है. कुर्सी की लड़ाई के चलते एक तरफ ओ पन्नीरसेल्वम यह पद छोड़कर भी इसे छोड़ना नहीं चाहते वहीँ दूसरी तरफ पार्टी प्रमुख शशिकला नटराजन भी इस गद्दी पर बैठने के लिए आतुर हैं. इसी बीच अब शशिकला की तुलना बिहार की राजनीति से जुड़ी राबड़ी देवी से की जा रही है. ऐसा क्या है जो दोनों में इतनी समानताएं हैं, आइये जानते हैं.
6 बड़ी समानताएं :
अचानक ही सीएम बनने का मिला मौका:
- तमिलनाडु में जयललिता की मृत्यु के बाद शशिकला अपने सीएम बनने के रास्ते साफ़ कर रही हैं.
- वैसे ही बिहार में राबड़ी देवी के साथ भी हुआ था, जब लालू प्रसाद यादव को जेल हुई थी तो उन्हें सीएम बनने का मौका मिला था.
- जिसके बाद कहा जा सकता है कि दोनों को अचानक पद मिलने का मौका मिला है.
दोनों ही घर से निकलकर राजनीति में पहुंची :
- बता दें कि दोनों ने ही घर से निकलकर सीधे राजनीति में प्रवेश किया है.
- शशिकला जहाँ एक ओर तमिलनाडु की एक विवाहित स्त्री होने के बाद राजनीति में आयीं.
- वहीँ राबड़ी भी बिहार के राजनैतिक परिवार में एक विवाहिता स्त्री की तरह ही रही हैं.
दोनों के पास कोई राजनैतिक अनुभव नहीं :
- कहा जाता है कि जब शशिकला ने राजनीति में प्रवेश किया था तब उन्हें इसका बिलकुल अनुभव नहीं था.
- वहीँ राबड़ी देवी के साथ भी कुछ ऐसा ही था, लालू प्रसाद के जेल जाने के बाद उन्हें भी अचानक सीएम बनाया गया था.
- जिसके बाद कह सकते हैं कि राबड़ी देवी को राजनेता की पत्नी होने का लाभ मिला वहीँ शशिकला को करीबी दोस्त.
अब तक नहीं लड़ा कोई भी चुनाव :
- राबड़ी देवी जब मुख्यमंत्री बनीं तो उनके चुनाव न लड़ने को लेकर भी सवाल उठे थे.
- वहीं शशिकला को लेकर भी उठ रहे हैं कि वह कभी चुनावों में नहीं उतरीं.
- राबड़ी को भी परिस्थितवश मुख्यमंत्री बना दिया गया था.
- बस राबड़ी को यह फायदा था कि जेल में बैठे लालू प्रसाद यादव उस समय मार्गदर्शक की भूमिका निभा रहे थे,
- जबकि शशिकला के साथ ऐसा कोई नहीं दिखता.
दोनो के समक्ष एक जैसी परस्थिति :
- जब राबड़ी सीएम बनी थीं तो लालू जेल में थे. राबड़ी के सामने सबसे बड़ी चुनौती पार्टी को एकजुट रखकर सत्ता संभाले रखने की थी.
- पार्टी को एकजुट रखने की चुनौती शशिकला के सामने भी है.
- पार्टी में विधायकों की बड़ी संख्या शशिकला के साथ ही है,
- परंतु पार्टी में दो धड़े की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता.
- इसलिए शशिकला की भी पहली कोशिश पार्टी को एकजुट रखना है.
दोनों ही रहीं मीडिया से दूर :
- प्रमुख बात रही कि लालू के मुख्यमंत्री होते हुए राबड़ी व जयललिता के सामने शशिकला मीडिया से दूर रहीं.
- या कहें कि दोनों ही प्रसिद्धि से दूर रहीं परंतु अचानक पद पाते ही प्रसिद्ध हो गयीं.
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