दिल्ली विश्वविद्यालय के रामजस कॉलेज में जेएनयू के छात्र उमर खालिद और शहला राशिद को बुलाए जाने को लेकर हुए विरोध का ज्वार अभी थमा नहीं कि इसी तरह का एक और मामला दिल्ली से आया। देश के प्रतिष्ठित जामिया विश्वविद्यालय में बीजेपी नेता शाजिया इल्मी ने एक मुद्दे पर व्याख्यान देने से रोकने का आरोप लगाया।
शाजिया इल्मी ने लगाया आरोप:
- शाजिया ने कहा कि देश के टुकड़े करने की आजादी उमर खालिद और शहला राशिद को है।
- आगे कहा कि मैंने कांग्रेस का भ्रष्टाचार उजागर की और बीजेपी से जुड़ी हूं इसलिए मुझे बोलने की आजादी नहीं।
- उन्होंने आरोप लगाया कि वो बीजेपी की नेता हैं इसी वजह से उन्हें जामिया में बोलने से रोका गया।
- साथ ही कहा कि अभिव्यक्ति की आजादी के बात करने वाले लोग अब मेरी अभिव्यक्ति के छीने जाने पर चुप क्यों है?
- आपको बता दें कि शाजिया इल्मी बीजेपी से पहले आम आदमी पार्टी में थीं।
क्या है पूरा मामला:
- जामिया विश्वविद्यालय में तीन तलाक के मुद्दे पर एक व्याख्यान का आयोजन हुआ था।
- विश्वविद्यालय के कुलपति के अनुसार शाजिया के वहां आने से माहौल खराब हो जाएगा।
- शाजिया इल्मी के मुताबिक आयोजक उन्हें बुलाने चाहते थें।
- लेकिन भारी दबाव व रामजस कॉलेज के मद्दे नजर शाजिया को नहीं बुलाया गया।
जामिया जाने से किसे और क्यों दिक्कत:
- शाजिया इल्मी ने कहा कि मैं जामिया विश्वविद्यालय की पूर्व छात्रा हूं।
- साथ ही कहा कि मेरा जामिया में ट्रैक रिकार्ड काफी अच्छा है।
- ऐसे में मेरे जामिया जाने से किसे और क्यों दिक्कत हो रही है?
- शाजिया इल्मी ने आगे एबीवीपी पर दिया बयान।
- कहा एबीवीपी पर हिंसा और मारपीट का आरोप लगाया जा रहा है लेकिन हालात इसके उलट हैं।