ऑल इंडिया मजलिस-ए- इत्तेहादुल मुस्लिमीन के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी मुंबई में एक सभा को संबोधित कर रहे थे इसी बीच किसी ने औवेसी पर जूता फेका.हालाकि जूता उनको लगा नही.ऑल इंडिया मजलिस-ए- इत्तेहादुल मुस्लिमीन के चीफ असदुद्दीन ओवैसी पर मुंबई में एक शख्स ने जूते से हमला कर दिया। इस दौरान ओवैसी अपनी पार्टी की एक रैली में ट्रिपल तलाक पर बोल रहे थे। हालांकि, ये जूता ओवैसी को नहीं लगा। घटना के बाद आरोपी फरार हो गया
सुरक्षाकर्मियों की वजह से नहीं लगा जूता
न्यूज एजेंसी के मुताबिक, ओवैसी मंगलवार रात करीब 10 बजे पार्टी की एक रैली में तीन तलाक के मुद्दे पर बोल रहे थे। तभी एक शख्स ने उन पर जूता फेंक दिया.जोन तीन के डिप्टी कमिश्नर वीरेंद्र मिश्रा ने बताया कि पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के जरिए आरोपी की पहचान कर ली है। उसे जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा.जानकारी के मुताबिक, जैसे ही जूता ओवैसी की ओर उछला। उनकी सिक्युरिटी स्टाफ ने उसे रोक लिया। ओवैसी को जूता नहीं लगा।
क्या कहा ओवैसी ने सभा में क्या कहा…
घटना के बाद ओवैसी ने कहा, “मैं अपने लोकतांत्रिक अधिकार के लिए अपनी जान देने को तैयार हूं। ये सभी निराश लोग है जो यह नहीं देख सकते हैं कि तीन तलाक पर सरकार का फैसला जनता खासतौर पर मुसलमानों ने स्वीकार नहीं किया है.उन्होंने आगे कहा, “ये लोग, उन लोगों में से हैं जो महात्मा गांधी, गोविंद पानसरे और नरेंद्र डाभोलकर के हत्यारों की आईडियोलॉजी को फॉलो करते हैं. उनके खिलाफ सच बोलने से मुझे कोई नहीं रोक सकता.
तीन तलाक पर ये बोले ओवैसी
रैली में तीन तलाक के मुद्दे पर बोलते हुए ओवैसी ने मोदी सरकार की आलोचना की। उन्होंने कहा कि इस मसले पर महिलाओं को न्याय दिलाने की बात कहना तो महज एक बहाना है। दरअसल, इनका असली निशाना शरियत है.उन्होंने तीन तलाक से पीडि़त महिलाओं की गुजर-बसर के लिए हर महीने 15 हजार रुपए देने की मांग भी उठाई। ओवैसी ने कहा कि सरकार को बजट में यह तय करना चाहिए कि जिन महिलाओं को तीन तलाक दिया गया है, उनको हर महीने 15 हजार रुपये गुजारे के लिए मिलें.बता दें कि तीन तलाक संबंधी बिल लोकसभा में पास हो चुका है लेकिन राज्यसभा में पारित नहीं हो सका.
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