कश्मीर के उरी में हुए आतंकवादी हमले के बाद से भारत पाकिस्तान की इस हरकत का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए सभी विकल्पों पर विचार कर रहा है। जिसके तहत सोमवार को केन्द्र सरकार ने इस मुद्दे पर समीक्षा बैठक बुलाई।
समझौता के बिना भी पानी के लिए तरसेगा पाकिस्तान:
- पाकिस्तान द्वारा उरी में आतंकवादी हमले के बाद से भारत मुंहतोड़ जवाब देने के लिए सभी विकल्पों पर गौर कर रहा है।
- जिसके तहत सोमवार को केंद्र सरकार ने इस मामले में समीक्षा बैठक की।
- सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री मोदी बिना जल समझौता तोड़े पाकिस्तान का पानी बंद कर सकते हैं।
- बैठक के संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा कि, खून और पानी साथ-साथ नहीं बह सकते हैं।
- गौरतलब है कि, इस मामले में अब तक केंद्र सरकार 100 से अधिक बैठकें कर चुकी है।
- बैठक में यह भी साफ़ किया कि, अब आतंक के माहौल के बीच बातचीत नहीं की जा सकती है।
वाटर रिसोर्सेज मंत्रालय के सेक्रेटरी ने दिया प्रेजेंटेशन:
- बिना सिन्धु जल समझौता तोड़े पानी रोकने के लिए बैठक में चर्चा की गयी।
- वाटर रिसोर्सेज मंत्रालय के सेक्रेटरी ने इस मामले में प्रेजेंटेशन दिया।
- जिसमें भारत के हिस्से का पानी जो कि, पाकिस्तान को दिया जाता है, भारत उस पर रोक लगा सकता है।
6 लाख हेक्टर लैंड की सिंचाई और 18000 मेगावॉट बिजली:
- भारत अपने हिस्से का जो पानी पाकिस्तान को देता है, उससे करीब 6 लाख हेक्टर लैंड की सिंचाई की जा सकती है।
- इतना ही नहीं इससे करीब 18000 मेगावॉट बिजली का उत्पादन किया जा सकता है।
- जिससे जम्मू-कश्मीर की बिजली और सिंचाई दोनों की ही समस्या को खत्म किया जा सकता है।