मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने रविवार को सरकार द्वारा प्रस्तावित 16 विधेयकों पर संसद में चर्चा को असंभव करार दिया। इसके जगह माकपा ने महिला आरक्षण विधेयक सहित तीन नए विधेयकों को पेश करने का आग्रह किया।
सरकार के विधेयकों को पारित करना असंभव-
- सरकार ने मानसून सत्र में 16 विधेयकों को लाने की बात कही है।
- माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी ने इसे असंभव करार दिया।
- येचुरी ने कहा कि शुक्रवार को छोड़कर संसद केवल 14 दिनों तक ही चलेगी।
- अगर सरकार बगैर चर्चा के इन विधेयकों को पारित करना चाहती है, तो यह अलग मामला है।
- येचुरी ने सरकार से महिला आरक्षण विधेयक लाने की मांग की।
- साथ ही न्यूनतम समर्थन मूल्यों पर किसानों को अपने उत्पाद बेचने का अधिकार और आधार डेटा के उल्लंघन के मद्देनजर गोपनीयता का अधिकार मुद्दे पर विधेयक लाना की मांग की।
- उन्होंने बताया कि इन तीनों विधेयकों को शामिल करने का सुझाव दिया है।
- क्योंकि केंद्र ने अपने चुनाव घोषणापत्र में इनका वादा किया था।
- प्रधानमंत्री ने खुद महिला आरक्षण विधेयक लाने और किसानों की आय को दोगुना करने का वादा किया था।
- येचुरी ने कहा कि विपक्ष मॉनसून सत्र के दौरान लोगों की पीट-पीटकर हत्या, कश्मीर की स्थिति, चीन के साथ असंतोष और बढ़ती खाद्य कीमतों के मुद्दे को उठाएगा।
- मानसून सत्र 11 अगस्त को खत्म होगा।
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