Social Distancing:सोशल डिस्टेंसिंग बन गयी है वक्त की जरूरत
Desk Reporter
जानिए सोशल डिस्टेंसिंग मतलब
लखनऊ– कोरोना महामारी कई देशो को अपने आगोस में ले लिया है|यही कारण है कीे आज इस महामारी की रोकथाम के लिए कई देश युद्ध स्तर पर कार्य कर रहे है|
|कोरोना महामारी के बढ़ते मामले इसके साथ ही फैली चिंता के मध्य अब सोशल डिस्टेंसिंग वक्त की जरूरत बन गयी है|
सोशल डिस्टेंसिंग ही व्यवहार में वो परिवर्तन करना है
कोरोना वायरस या ऐसी महामारी जो एक दूसरे के सम्पर्क से आती हो कम फैले और इस बीमारी पर रोक लगाई जा सके, इसके लिए एक दूसरे से कम संपर्क रखने को ही सोशल डिस्टेंसिंग (सोशल दूरी) कहा जाता है।
इसका सीधा मतलब ये है कि बहुत सारे लोग किसी एक स्थान पर जमा ना हों।
किसी इमारत को बंद कर देना, घर में बंद होकर रहना या फिर किसी सार्वजनिक कार्यक्रम को रद्द कर देना भी इसी का हिस्सा है।
कोरोना वायरस पर रोक लगाने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग बहुत जरूरी है।
सोशल डिस्टेंसिंग ही व्यवहार में वो परिवर्तन करना है, जिससे वायरस को फैलने से रोका जा सकता है।