जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा कि पाकिस्तान के साथ कारोबार बंद नहीं किया जाना चाहिए। साथ ही पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार द्वारा दोनों देशों के बीच शांति स्थापित करने के लिए किए गए पहल ‘लाहौर घोषणा’ को विस्तार देने की जरूरत है।
दोनों देशों के बीच कारोबार को सुदृढ़ करने की जरूरत-
- मुख्यमंत्री महबूबा ने कहा कि पाकिस्तान के साथ कारोबार को सुदृढ़ करने की जरूरत है।
- आगे उन्होंने कहा कि दोनों पड़ोसी देशों के बीच दूरी कम करने के प्रयासों को रोकना नहीं चाहिए।
- महबूबा ने कहा कि वाजपेयी के प्रधानमंत्रित्व काल के दौरान भारत और पाकिस्तान के संबंधों को सुदृढ़ करने की दिशा में लाहौर घोषणा दोनों देशों द्वारा उठाया गया सर्वश्रेष्ठ कदम था।
- अपनी पार्टी ‘पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी‘ (पीडीपी) के 18वें स्थापना दिवस पर मुख्यमंत्री महबूबा ने यह बातें कही।
- उन्होंने कहा कि कश्मीर भारत का ताज है और इसके बिना देश अधूरा है।
PoK के नेताओं को भारत आने की इजाजत होनी चाहिए-
- उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के नेताओं को भारत आने की इजाजत होनी चाहिए।
- एक-दूसरे का पक्ष जानने के लिए भारतीय राजनीतिज्ञों को उनके साथ बातचीत करनी चाहिए।
- महबूबा ने कहा कि यह समय कश्मीरवासियों की रक्षा के लिए कदम उठाने का है।
- न कि पहले से ही परेशान कश्मीर की जनता के सामने नई समस्याएं खड़ी करने का।
चीन की इजाज़त के बिना बातचीत नहीं करेगा-
- महबूबा के साथ ही मौजूद पीडीपी के उपाध्यक्ष और संसद सदस्य मुजफ्फर हुसैन बेग ने कहा कि जम्मू-कश्मीर का जो 50 फीसदी हिस्सा पाकिस्तान के कब्जे में है, उस पर वास्तव में चीन ने नियंत्रण हासिल कर लिया है।
- बेग ने कहा कि आज की स्थिति यह है कि पाकिस्तान तक भारत के साथ बातचीत चाहता है।
- लेकिन बिना चीन की इजाजत के वह ऐसा कर नहीं सकता।
यह भी पढ़ें: संवैधानिक दर्जा बदला, तो बुरा होगा नतीजा : महबूबा मुफ्ती
यह भी पढ़ें: भारत का मतलब इंदिरा गांधी: महबूबा मुफ़्ती