केंद्र का पांच सौ  और हज़ार के नोटों पर बंदी ने सबको आश्चर्य में डाला हो पर स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया के सौम्य क्रान्ति  घोष ने मार्च 2016 में ही कर दिया था नोटबंदी पर एलान.

SBI रिपोर्ट एकोवाच में नोटबंदी का ज़िक्र

  • स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया के मुख्य सलाहकार सौम्य कान्ति घोष ने किया था एलान.
  • उनके द्वारा बनाई गई एक रिपोर्ट में नोट बंदी का घोषित होने का ज़िक्र है.
  • साल 2015-16 में कालेधन  की जमा खोरी में पच्चीस प्रतिशत की बढ़ोतरी.
  • वित्तीय वर्ष 11 में 57.2 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी की बात दर्ज है.
  • ये साब तथ्य स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया की एकोवाच नामक रिपोर्ट में है.
  • यह रिपोर्ट मार्च में ही बनकर तैयार हो गई थी.

एक वक़्त ऐसा आएगा जब भारतीय करेंसी बंद करनी पड़ेगी

  • सौम्य क्रान्ति घोष द्वारा बनाई गयी इस रिपोर्ट में बहुत अहम खुलासे हैं.
  • कालेधन की जमाखोरी को रोकने के लिए बड़ी करेंसी पर रोक लगानी पड़ेगी.
  • काफी अधिक मात्रा में सोने चांदी और रूपये की जमाखोरी ने.
  • नोटबंदी की नींव उसी समय डाल दी गई थी.

नोटबंदी के बाद होगी करेंसी की कमी

  • स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया की इस रिपोर्ट में नोटबंदी के बाद होने वाले हालातों का भी ज़िक्र.
  • भले ही भारत ने  डिजिटल इंडिया के तौर पर एक उड़ान भर ली है.
  • नोटबंदी के बाद कैशलेस इकॉनमी को संभालना नहीं होगा आसान.
  • भारत में 12,70,208 पॉइंट ऑफ़ सेल मशीन्स,1,92,208 एटीएम पॉइंट्स हैं.
  •  भारत में 1.3 ट्रिलियन की आबादी है उन सबके लिए करेंसी छपवाना कोई आसान बात नहीं होगी
  • नोटबंदी के इस खुलासे के बाद बहुत सारे प्रश्न खड़े कर दिए थे.
  • उन्हें इस संधर्भ में मेल भी भेजा गया पर उन्होंने कोई रिप्लाई नहीं किया.

नोटबंदी को पहले ही देश में ले आना चाहिए

  • काला धन की जमाखोरी ऊँचाइया छू रही थी.
  • अमीर और अमीर हो रहा था और गरीब और गरीब बन रहा था.
  • इसी अंतर को खत्म करने के लिए और स्थिति को कण्ट्रोल करने के लिए.
  • हर छह महीने में नोटबंदी को देश में लागू करना हो जाएगा ज़रूरी.

रिपोर्ट के सारे अंदाज़े सही

  • इसी साल आठ नवम्बर रात आठ बजे मोदी ने नोट बंदी का एलान किया था.
  • पांच सौ हज़ार के नोटों को बंद करके नए नोट लाने का फैसला हुआ था.
  • स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया ने जितने भी अंदाज़े लगाये सब सटीक बैठ रहे.
  • भारत इस समय नयी करेंसी की कमी से जूझ रहा है.
  • हालाँकि मोदी द्वारा पचास दिन में सब ठीक करने का वादा पूरा होगा या नहीं.
  • इसका पता आने वाले साल में लग जाएगा.

 

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