NDTV इंडिया पर एक दिन के प्रतिबंध के बाद अब इसको लेकर प्रतिक्रियाएं आने लगी हैं. राज्य सभा सांसद और जी मीडिया ग्रुप के प्रमुख सुभाष चंद्रा ने चैनल पर लगे प्रतिबंध को जायज ठहराया है.
सुभाष चंद्रा ने बैन को बताया सही:
- सुभाष चंद्रा ने कहा कि देश की सुरक्षा से खिलवाड़ के एक दिन का बैन तो कम है.
- उन्होंने कहा कि इनपर आजीवन प्रतिबंध लगना चाहिए.
- अगर एनडीटीवी इंडिया न्यायालय में जाए तो वहां से भी फटकार ही मिलेगी.
- यूपीए शासनकाल में जी पर प्रतिबंध की बात चली थी तब कोई नहीं बोला था.
- एनडीटीवी और तथाकथित बुद्धिजीवियों ने चुप्पी साध ली थी.
- एडिटर्स गिल्ड भी मौन था.
- गलत को गलत कहने पर कुछ लोग आपातकाल कह रहे है.
- क्या देश की सुरक्षा के साथ मजाक करना सही है?
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NDTV पर 1 दिवसीय प्रतिबन्ध नाइंसाफी है, यह सजा बहुत कम है! देश की सुरक्षा से खिलवाड़ के लिए उन पर आजीवन प्रतिबन्ध लगाना चाहिए था (1/5)
— Subhash Chandra (@subhashchandra) November 6, 2016
उन्होंने कहा कि देश में सुरक्षा को लेकर मतान्तर नही हो सकता है. सरकार ने जो किया है वो एकदम सही किया है.
UPA काल में Zee पर प्रतिबन्ध की बात चली थी तब NDTV, बाकि तथाकथित बुद्धिजीवीयों ने मौन धारण करा था, Editors Guild भी चुप्पी साधे हुआ था (3/5)
— Subhash Chandra (@subhashchandra) November 6, 2016
NDTV ने दी थी सफाई:
NDTV ने बैन के बाद अपनी सफाई दी थी. चैनल को लगता है कि उन्होंने कोई गलत काम नही किया है और ना ही नियमों का उल्लंघन किया है.
‘सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय का आदेश प्राप्त हुआ है. बेहद आश्चर्य की बात है कि NDTV को इस तरीके से चुना गया. सभी समाचार चैनलों और अखबारों की कवरेज एक जैसी ही थी. वास्तविकता में NDTV की कवरेज विशेष रूप से संतुलित थी. आपातकाल के काले दिनों के बाद जब प्रेस को बेड़ियों से जकड़ दिया गया था, उसके बाद से NDTV पर इस तरह की कार्रवाई अपने आप में असाधारण घटना है. इसके मद्देनजर NDTV इस मामले में सभी विकल्पों पर विचार कर रहा है.‘