आज सुप्रीम कोर्ट में 16 दिसम्बर को हुए निर्भया गैंगरेप की सुनवाई होगी.आरोपियों द्वारा दाखिल याचिका जिसमे दिल्ली हाई कोर्ट के फैसले को चुनौती दी गयी है.इस केस को काफी आहम माना जा रहा है. केस पर बहस एक अपैक्स कोर्ट में जारी थी. बेंच की अध्यक्षता जस्टिस दीपक मिश्रा कर रहे थे.
अक्षय ,पवन विजय और मुकेश मुख्य आरोपी
- इन चारो आरोपियों ने इस हाई कोर्ट के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है.
- इससे पहले अपैक्स कोर्ट ने सुनवाई करने सी इनकार कर दिया था.
- छह लोगों ने एक तेईस वर्षीय लड़की का चलती बस में बलात्कार किया था.
- इतना ही नहीं सामूहिक बलात्कार के बाद उस लड़की और उसके दोस्त को.
- बुरी तरह मार पीट कर चलती बीएस से फेंक दिया.
- लड़की काफी लम्बे समय दिल्ली के अस्पताल में भर्ती रही.
- बिगड़ती हालत के बाद लड़की को सिंगापुर के अस्पताल ले जाया गया.
- इतनी कोशिशों के बाद भी लड़की को बचाया ना जा सका.
- 29 दिसम्बर को निर्भया जिंदगी की जंग हार गयी.
देश में बड़े पैमाने पर हुए थे प्रदर्शन
- गुस्साई जनता आक्रोशित लोगों को सरकार द्वारा काबू पाना मुश्किल हो रहा था.
- केंद्र को मजबूरी में आकर महिलाओं के उत्पीड़न से संबंधित सख्त और दंडात्मक कानून बनाने पड़े.
- आरोपियों में से एक राम सिंह ने खुद को फांसी लग्गा ली.
- जबकि एक अन्य आरोपी जो अपराध करने के समय किशोर था.
- उसे तीन साल के लिए बाल कारागार भेज दिया गया.
- तीन दिसम्बर को न्यायमित्र संजय हेगड़े ने इस केस के अंतर्गत कुछ बिन्दुओं पर सबूत पेश किये.
- साथ ही अभियोजन पक्ष द्वारा सबूतों पर पूछताछ की.
- हेगड़े के अनुसार मुकेश वारदात के वक़्त मुख्य आरोपी राम सिंह के साथ मौजूद नहीं था .
- दोनों के मोबाइल लोकेशन अलग अलग जगहों पर पाया गया.
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