आगामी 17 जुलाई को राष्ट्रपति चुनाव होने हैं। जिसके लिए राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में मैदान में एनडीए उम्मीदवार रामनाथ कोविंद के सामने मुख्य रूप से यूपीए उम्मीदवार मीरा कुमार सामने हैं। दोनों ही राष्ट्रपति पद के लिए पार्टियां दलित/दलित कार्ड फेंके हैं।
विपक्ष का तर्क है कि कोविंद के मुकाबले मीरा कुमार राष्ट्रपति पद के लिए ज्यादा योग्य हैं, क्योंकि इन्होंने लोकसभा स्पीकर रहते हुए बिना पक्षपात अपनी भूमिका का निर्वाहन किया था। अब कांग्रेस को जवाब देने के लिए बीजेपी की वरिष्ठ नेता और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने एक वीडियो जारी किया है।
सुषमा स्वराज ने जारी किया वीडियो :
- विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ट्विटर के जरिये उस वीडियो को सार्वजनिक किया है।
- जिसमें उन्होंने बताने की कोशिश की कि जब मीरा कुमार लोकसभा स्पीकर थीं तो वह विपक्ष की बातों को गंभीरता से नहीं लेती थीं।
- वीडियो के साथ लिखा कि इस प्रकार लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने विपक्ष के नेता के साथ व्यवहार किया।
- एक तरह से सुषमा ने मीरा कुमार की भूमिका पर सवाल खड़े किया है।
This is how Lok Sabha Speaker Meira Kumar treated the Leader of Opposition – https://t.co/hxHWHaJ4D9
— Sushma Swaraj (@SushmaSwaraj) June 25, 2017
लगा रही हैं पक्षपात का आरोप :
- बता दें कि ये वीडियो साल 2013 के लोकसभा की कार्यवाही के दौरान का है।
- जिसमें सुषमा यूपीए सरकार पर कई गंभीर आरोप लगा रही हैं।
- कोयला घोटाला समेत कई मुद्दों को लेकर सुषमा सरकार पर हमलावर दिख रही हैं।
- साथ ही वह सभी सवालों के जवाब की मांग कर रही हैं।
6 मिनट में किया 60 बार बाधित :
- सुषमा का आरोप है कि 6 मिनट के वक्तव्य के दौरान लोकसभा में मीरा ने उन्हें 60 बार रोकने की कोशिश कीं।
- सुषमा के मुताबिक आखिर के 120 सेकेंड यानी 2 मिनट में वो अपनी बातों को संसद में रख रही थीं और सरकार के लोग हंगामा कर रहे थे।
- लेकिन मीरा कुमार ने विरोध कर रहे लोगों को चुप कराने के बजाय उन्हें ही बैठने के लिए बार-बार कह रही थीं।
उठाया मीरा कुमार की उम्मीदवारी पर सवाल :
- सुषमा के मुताबिक आखिर के दो मिनट में मीरा कुमार ने उनके गंभीर सवालों नहीं सुन रही थीं।
- वह सुनने के बजाय करीब 60 बार ‘Alright, Thank you, Okay, I have to proceed’ जैसे शब्दों का उपयोग करते हुए उन्हें बैठ जाने की सलाह दे रही थीं।
- ऐसे में मीरा कुमार राष्ट्रपति पद के लिए कोविंद के मुकाबले कैसे बेहतर उम्मीदवार हो सकती हैं।