स्वामी विवेकानंद के शिकागो भाषण के 125 साल पूरे होने के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज दिल्ली के विज्ञान भवन से पूरे देश के छात्रों और युवाओं को संबोधित किया। पश्चिम बंगाल को छोड़कर देश के सभी विश्वविद्यालयों में पीएम मोदी का लाइव भाषण प्रसारित हुआ। इस कार्यक्रम का शीर्षक ‘यंग इंडिया, न्यू इंडिया: ए रिसर्जेंट नेशन, संकल्प से सिद्धि’ है।
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प्रधानमंत्री मोदी का भाषण :
- पीएम नरेंद्र मोदी राजधानी दिल्ली के विज्ञान भवन से देश को संबोधित किया।
- पहले लोगों को आज की तारीख का महत्व नहीं पता था।
- सवा सौ साल पहले एक 9/11 हुआ था।
- प्रेरणा स्त्रोत स्वामी विवेकानन्द की कही हर बात हमें उर्जा से भर देती है।
- सवा सौ साल पहले का 9/11 विश्व विजय दिवस था।
- गुलामी के दौर में भी स्वामी विवेकानंद आत्मविश्वास से भरे थे।
- स्वामी विवेकानंद ने जन सेवा का रास्ता दिखाया।
- उन्होंने दुनिया को नया रास्ता दिखाया।
- स्वामी विवेकानंद ने जन सेवा को प्रभु सेवा कहा था।
- विवेकानंद समाज की हर बुराई के खिलाफ आवाज उठाते थे।
- स्वामी विवेकानंद के 9/11 के भाषण की दुनिया में चर्चा।
- विवेकानंद ने विचारों को विचारधारा में बदला।
- स्वामी जी में आत्मसम्मान का भाव था।
- रवींद्रनाथ टैगोर ने दुनिया में भारत का मान बढ़ाया।
- नारी का सम्मान करने वालों का नमन करता हूं।
- सफाई करने वाले भारत माता की सच्ची संतान।
- वंदे मातरम् सुनकर रोंगटे खड़े हो जाते हैं।
- क्या हमें वंदे मातरमय कहने का हक है ?
- गंदगी फैलाने वालों को वंदे मातरम् बोलने का हक नहीं।
- पान पिचकारी के बाद वंदे मातरम् कहने का हक नहीं।
- हम सफाई करें या ना करें लेकिन हमारी ‘भारत माता’ को गंदा करने का अधिकार किसी को नहीं है।
- क्या खाना है क्या नहीं ये हमारी परंपरा नही।
- लोग कहीं जाते हैं और सफाई देखते हैं तो कहते हैं कि ‘लग नहीं रहा कि हिंदुस्तान है’।
- देश में भीख मांगने वाला भी तत्व ज्ञान से भरा।
- भारत में उद्योग लगाने के लिए स्वामी विवेकानंद ने जमशेद टाटा को चिट्ठी लिखी थी।
- विवेकानंद जी ने आधुनिक कृषि पर बल दिया।
- स्वामी विवेकानंद ने मेक इन इंडिया के लिए काम किया।
- देश में स्किल डेवलपमेंट नया विषय नहीं है।
- कौशल विकास में है विवेकानंद के सिद्धांत।
- युवा को जॉब seeker नहीं जॉब Developer बनना चाहिए।
- नौजवान नौकरी मांगने वाला नहीं देने वाला बने।
- नाकामयाबी के बिना कामयाबी नहीं मिलती।
- असफलता ही सफलता का रास्ता बनाती है।
- विवेकानंद ने वन एशिया की कल्पना की थी।
- हम लोग पौधों में भी परमेश्वर देखते हैं।
- भारत के लोग नदी को भी मां मानते हैं।
- जो समाज के लिए गलत है, उसे छोड़ना होगा।
- छात्र राजनीति की दिशा चिंतन का विषय।
- उम्मीदवारों ने कभी कैंपस साफ रखने की बात नहीं की।
- आजादी के 75 साल पर संकल्प लें।
- गांधी, भगत सिंह, विवेकानंद, सुभाष बाबू के सपनों का भारत बनाना है।
- महान आत्माओं के सपनों का भारत बनाना है।
- कॉलेजों में रोज डे मनाने का विरोधी नहीं।
- क्या हरियाणा के कॉलेज में तमिल डे मनेगा ?
- क्या पंजाब के कॉलेज में केरल डे मनेगा ?
- दूसरे राज्यों की संस्कृति का उत्सव मनाएं।
- हर राज्य, हर भाषा के प्रति गौरव का भाव हो।
- हर काम में कलात्मकता होनी चाहिए।
- क्रिएटिविटी के बिना जीवन नही।
- ऐसा काम करें जिससे देश का सामर्थ्य बढ़े।
- हम तो जय जगत वाले लोग हैं, कुएं के मेंढक नहींं।
- हिंदुस्तान के प्रति दुनिया का नजरिया बदला।
- दुनिया अलग नजरिए से भारत को देख रही है।
- जनशक्ति से विदेशों भारत की छवि बदली।
- विवेकानंद हमेशा वसुधैव कुटुंबकम की बात किया करते थे।
- हमें भी ऐसी ही सोच को विकसित करना होगा।
- हम सिर्फ पुरानी बातों का गौरवगान न करें।
- बीते हुए कल में नहीं खोना, आगे बढ़ना है।
- शिकागो भाषण की शताब्दी कार्यक्रम में शामिल होने का मुझे सौभाग्य मिला।
- हम भाग्यशाली हैं कि महान विरासत मिली।
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विश्व धर्म संसद में स्वामी विवेकानंद ने दिया था भाषण
- स्वामी विवेकानंद ने अमेरिका के शिकागो में 11 सितंबर, 1893 को आयोजित विश्व धर्म संसद में जो भाषण दिया था।
- आज उस भाषण को 125 साल पूरे हो गये।
- इस अवसर पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हजारों छात्रों को सम्बोधित किया।
- पीएम के कार्यक्रम पंडित दीनदयाल उपाध्याय शताब्दी समारोह का हिस्सा है।
- जो 25 सितंबर को समाप्त होगा।
- पीएम का कायर्यक्रम का शीर्षक ‘यंग इंडिया, न्यू इंडिया: ए रिसर्जेंट नेशन, संकल्प से सिद्धि’ है।
- इस कार्यक्रम का आयोजन दीनदयाल अनुसंधान संस्थान (डीआरआई) और संस्कृति मंत्रालय द्वारा किया गया।
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ये हैं शिकागो भाषण के कुछ अंश
- साहित्यों के मुताबिक, स्वामी विवेकानंद ने जो शिकागो में भाषण दिया था उसमें उन्होंने कहा था कि “मेरे अमेरिकी भाइयों और बहनों! आपने जिस सौहार्द और स्नेह के साथ हम लोगों का स्वागत किया है उसके प्रति आभार प्रकट करने के निमित्त खड़े होते समय मेरा हृदय अवर्णनीय हर्ष से पूर्ण हो रहा है।”
- “संसार में संन्यासियों की सबसे प्राचीन परंपरा की ओर से मैं आपको धन्यवाद देता हूं।”
- “धर्मों की माता की ओर से धन्यवाद देता हूं और सभी संप्रदायों एवं मतों के कोटि-कोटि हिन्दुओं की ओर से भी धन्यवाद देता हूं।”
- “मैं इस मंच पर से बोलने वाले उन कतिपय वक्ताओं के प्रति भी धन्यवाद ज्ञापित करता हूं जिन्होंने आपको यह बतलाया है कि सुदूर देशों के ये लोग सहिष्णुता का भाव विविध देशों में प्रचारित करने के गौरव का दावा कर सकते हैं।”
- “मैं एक ऐसे धर्म का अनुयायी होने में गर्व का अनुभव करता हूं जिसने संसार को सहिष्णुता तथा सार्वभौम स्वीकृत दोनों की ही शिक्षा दी है।”
- “हम लोग सब धर्मों के प्रति केवल सहिष्णुता में ही विश्वास नहीं करते, वरन समस्त धर्मों को सच्चा मानकर स्वीकार करते हैं।”
- शिकागो में स्वामी का भाषण नॉन स्टॉप चला था उसी को ध्यान में रखते हुए पीएम मोदी छात्रों को सम्बोधित किया।
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