सरकार और पार्टी को अपने बड़बोले बयानों से असहज करने वाले भाजपा के राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फटकार क्या लगाई, इस दिग्गज नेता ने भगवत गीता के उपदेशों को अपना लिया। आमतौर पर सोशल मीडिया के जरिए विरोधियों पर हमला करने वाले स्वामी ने मंगलवार सुबह ट्विटर पर गीता में श्रीकृष्ण के उपदेश को याद करते हुए ‘सुख दुखे…’ का जिक्र किया है। इसके साथ ही स्वामी ने दुनिया में संतुलन के सिद्धांत की भी चर्चा की है।
मालूम हो कि लगातार पार्टी लाइ से अलग बयानबाजी करने वाले भाजपा सांसद पर सोमवार को प्रधानमंत्री ने अपनी चुप्पी तोड़ते हुए कहा था कि किसी को भी पार्टी लाइन नहीं तोड़नी चाहिए।
पीएम में कहा थी कि यदि कोई नेता पब्लिसिटी के लिए बयान दे रहा है तो ये गलत है। कोई भी पार्टी से बड़ा नहीं हो सकता है।
इसके साथ ही पीएम ने आरबीआई गवर्नर का पक्ष लेते हुए रघुराम राजन को देशभक्त बताया था, पीएम ने कहा कि राजन की देशभक्ति पर सवाल नहीं उठाये जा सकते हैं।
पीएम की चेतावनी के बाद स्वामी ने ट्विट किया, ‘यह दुनिया एक सामान्य इक्वलिब्रीअम है, पैरामीटर में छोटा बदलाव भी सभी वेरीअबल्स को प्रभावित करता है, इसलिए श्रीकृष्ण का उपदेश है सुख दुखे…’
The world is in general equilibrium. A small change in one parameter effects changes in all variables. So Krishna advised: Sukh Dukhe….
— Subramanian Swamy (@Swamy39) June 28, 2016
जेटली पर परोक्ष रूप से हमला कर फंसे सुब्रमण्यम स्वामी को प्रधानमंत्री ने नाम लिए बिना चेतावनी दी है, मोदी ने कहा कि फेमस होने के लिए बयान देना गलत है।
वहीं, सूत्रों के हवाले से खबर है कि भाजपा आलाकमान ने सुब्रमण्यम स्वामी को ‘चुप रहने’ की नसीहत दी है।
सूत्र बताते हैं कि स्वामी को व्यक्तिगत रूप से नसीहत दी गई है कि वह चुप रहें। स्वामी को अप्रैल के महीने में राज्यसभा के लिए बीजेपी द्वारा नामांकित किया गया था।
दूसरी ओर, स्वामी के बयान से नाराज वित्त मंत्री अरुण जेटली मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करने वाले हैं।