जयललिता बीते दो हफ्ते से चेन्नई के अपोलो अस्पताल में भर्ती हैं. अब तमिलनाडु सरकार के भविष्य को लेकर चर्चा हो रही है.
‘अम्मा’ की वापसी का इंतजार-
- तमिलनाडु की जनता खासकर जयललिता के समर्थक ‘अम्मा’ की वापसी का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं.
- सरकारी कामकाज से उनकी गैरमौजूदगी को लेकर तरह-तरह की बातें हो रही हैं.
- अभी रिटायर्ड आईएएस अफसर शीला बालकृष्णन ने राज्य में सरकार की कमान संभाली है.
- इनकी सीनियर अफसर की काबिलियत की वजह से जयललिता शीला बालकृष्णन पर हद से ज्यादा भरोसा करती हैं.
यह भी पढ़ें: हाफिज सईद और दाऊद इब्राहिम को मारकर ‘मोक्ष’ दिलाया जाए- बाबा रामदेव
उत्तराधिकारी के तौर पर पनीरसेल्वम की संभावना नहीं-
- तमिलनाडु के सियासी हलके में जयललिता के उत्तराधिकारी को लेकर चर्चा तेज है.
- इससे पहले भ्रष्टाचार मामले में जब जयललिता को सीएम की कुर्सी छोड़नी पड़ी थी.
- उस समय पनीरसेल्वम ने सीएम पद का प्रभार संभाला था.
- जयललिता चाहती हैं कि उनका उत्तराधिकारी ऐसा हो जिसमें लोगों को आकर्षित करने की क्वालिटी और मजबूत नेतृत्व की क्षमता हो.
- ऐसे में पनीरसेल्वम को लेकर निश्चित नहीं है.
- एआईएडीएमके का दावा है कि जयललिता ने तमिलनाडु के अगले मुख्यमंत्री के तौर पर अजित कुमार को चुन लिया है.
- पार्टी के कार्यकर्ता भी अजित को काफी पसंद करते हैं.
यह भी पढ़ें: बीसीसीआई ने आरोप को किया खारिज, सुप्रीम कोर्ट कर सकता है कड़ी कार्रवाई
अजित को सियासी अनुभव की कमी-
- अब सबसे बड़ी दिक्कत यह है कि अजित को सियासत का कोई अनुभव नहीं है.
- ऐसे में अचानक उन्हें राज्य के मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी सौंपना बेहद मुश्किल होगा.
UTTAR PRADESH NEWS की अन्य न्यूज पढऩे के लिए Facebook और Twitter पर फॉलो करें