तमिलनाडु की सत्ताधारी पार्टी AIADMK में बीते समय से चली घमासान अब रुकने का नाम नहीं ले रही है, मुख्यमंत्री के पद के लिए इस घमासान में कई तरह के मोड़ आये हैं. शशिकला के पार्टी प्रमुख बनने के साथ ही यह कयास जाने लगे कि अगली मुख्यमंत्री वे ही होंगी, परंतु इसी बीच पनीरसेल्वम ने इस पद पर अपनी दावेदारी कर दी जिसके बाद यह घमासान शुरू हो गयी. परंतु शशिकला की किस्मत में जेल लिखी थी जिसके बाद वे सरेंडर करने से पहले पलानीस्वामी को इस पद का भार सौंप गयीं जिसके बाद आज पलानीस्वामी की किस्मत का फैसला होना है, जिसके तहत आज उन्हें इस पद के लिए बहुमत साबित करनी होगी.
विधानसभा में हैं 234 सीटें :
- तमिलनाडु के नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री पलानीस्वामी के लिए आज एक अहम दिन है.
- दरअसल पलानिस्वामी व शशिकला समर्थकों को उस समय झटका लगा,
- जब विधायक व राज्य के पूर्व डीजीपी आर नटराजन ने सीएम पद के विशवास प्रस्ताव के खिलाफ मतदान करने की बात कही.
- जिसके बाद नटराजन के इस कथन से अब तक जो विधायक पलानिस्वामी का समर्थन कर रहे थे,
- उनमे से कई विधाय एक-एक कर कम होते चले गए, जिसके बाद यह संख्या 234 से घटकर 123 हो गयी है.
- आपको बता दें कि विधानसभा में कुल 234 सीटें हैं, जिनमे से AIADMK के पास कुल 134 सीटें हैं.
- जिसके तहत पलानिस्वामी को अब करीब 118 विधायकों के समर्थन की ज़रुरत है.
- हालाँकि तमिलनाडु के राज्यपाल के अनुसार पलानिस्वामी को बहुमत साबित करने के लिए 15 दिन का समय दिया गया था,
- परंतु पलानिस्वामी ने दो ही दिन में बहुमत साबित कर इस पद के लिए अपना दावा कर दिया था.
- जिसके बाद आज का दिन बेहद निर्णायक माना जा रहा है.