तमिलनाडु में बीते काफी समय से घमासान चल रही है, दरअसल यह विवाद तमिलनाडु के मुख्यमंत्री पद को लेकर हो रहा है. AIADMK पार्टी की प्रमुख रही शशिकला नटराजन द्वारा इस पद की शपथ लिए जाने से पूर्व इस पद को चिनम्मा के लिए छोड़ चुके ओ पनीरसेल्वम ने इस पद पर दोबारा दावेदारी की जिसके बाद इस विवाद ने कई मोड़ लिए जिसने तमिलनाडु की सभ्यता हो हिला कर रख दिया, इसके बाद राज्यपाल द्वारा प्रदेश को नया सीएम पलानिस्वामी के रूप में दिया जिनको तमिलनाडु की विधानसभा में अपना विशवास मत दिखाना था, जो दिखाया गया. परंतु इसी बीच विधानसभा में बहुत हंगामा किया गया. जिसके बाद अब विपक्षी पार्टी DMK ने हाईकोर्ट का दरवाज़ा खटखटाया है.
विधानसभा की कार्यवाही को अमान्य मानने का किया था आग्रह :
- तमिलनाडु की विधानसभा में बीते दो दिन पहले सीएम पलानिस्वामी का विशवास मत हुआ था.
- बता दें कि इस प्रक्रिया के दौरान सदन में भारी हंगामा हुआ था साथ ही हाथापाई भी हुई थी.
- जिसपर DMK पार्टी द्वारा राज्यपाल से इस कार्यवाही को अमान्य घोषित करने का आग्रह किया गया था.
- बता दें कि DMK ने आरोप लगाया है कि यह प्रक्रिया पूर्णत पारदर्शी नहीं है.
- साथ ही कहा गया है कि हंगामे के बीच विधायकों में हुए भय के चलते यह नतीजा आया है.
- जिसके तहत अब पार्टी ने हाईकोर्ट का दरवाज़ा खटखटाया है.
- बता दें कि मद्रास हाईकोर्ट द्वारा वकील को याचिका दायर करने के आदेश दिए गए हैं.
- जिसके बाद इस माम्ले४ पर जल्द सुनवाई होने के आसार नज़र आ रहे हैं.