सुप्रीम कोर्ट के तीन तलाक के फैसले पर बांग्लादेशी लेखिका तसलीमा नसरीन ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। तसलीमा ने कहा कि यह निश्चित रूप से महिलाओं की आजादी नहीं है। और इससे आगे जाकर ‘1400 साल पुराने कुरान के नियमों को खत्म करने की जरूरत है।’ बता दें कि 22 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट ने तीन तलाक़ पर फैसला सुनाते हुए मामले पर 6 महीने की रोक लगा दी है। कोर्ट में पांच में से तीन जजों ने तीन तलाक को असंवैधानिक करार दिया।

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तसलीमा नसरीन ने किया ट्वीट :

  • तीन तलाक मामले पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद तसलीमा नसरीन ने ट्वीट किया।
  • तसलीमा ने ट्वीट किया, तीन तलाक को खत्म करना निश्चित तौर महिलाओं की आजादी नहीं है।
  • महिलाओं को शिक्षित करने की जरूरत है और उन्हें आत्मनिर्भर होना चाहिए।
  • तसलीमा ने कहा, 1400 साल पुराने कुरान के कानून खत्म होने चाहिए। हमें बराबरी पर आधारित आधुनिक कानून की जरूरत है।

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तसलीमा ने तीन तलाक पर लगाई ट्वीट्स की झड़ी :

  • बांग्लादेशी लेखिका तसलीमा नसरीन ने एक साथ कई ट्वीट किया।
  • तसलीमा ने कहा, सिर्फ तीन तलाक ही क्यों? पूरा इस्लाम का कानून या शरिया कानून खत्म किया जाना चाहिए।
  • सभी धार्मिक कानूनों को मानवता के लिए खत्म किया जाना चाहिए।
  • उन्होंने कहा, धर्मो के साथ सभी धार्मिक नियम व परंपराएं महिला विरोधी हैं।

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तीन तलाक कुरान में नहीं, इसलिए हटाया गया है? :

  • तसलीमा ने कहा, तीन तलाक कुरान में नहीं है। क्या इस वजह से इसे हटाया गया है?
  • कुरान में बहुत सारे अन्याय व असमानताएं हैं, तो क्या उसे रखा जाना चाहिए?
  • अदालत का फैसला आने से पहले लेखिका ने ट्वीट किया था, भारत के प्रगतिशील लोग तीन तलाक को खत्म किए जाने का इंतजार कर रहे हैं।
  • आज सर्वोच्च अदालत ने मुस्लिम समाज में प्रचलित तीन तलाक को असंवैधानिक करार देते हुए कहा है कि यह इस्लाम का हिस्सा नहीं है।

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