नोटबंदी के बाद केंद्र सरकार और विपक्षी दलों में सीधी टकरार दिख रही है. लेकिन इसी बीच बीजेपी के एक सहयोगी दल ने सरकार को मुश्किल में डाल रखा है. शिवसेना नोटबंदी के बाद लगातार किसी ना किसी बहाने सरकार की आलोचना करती रही है. यही नहीं, तृणमूल नेताओं के साथ सरकार के खिलाफ मार्च में भी शिवसेना के नेता शामिल थे.
बीजेपी के लिए समय-समय पर शिवसेना मुसीबत के रूप में सामने आती रही है. शिवसेना की इसी आदत को देखते हुए गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने उद्धव ठाकरे से फोन पर बात की.
उद्धव ठाकरे ने कहा कि-
- नोटबंदी एक अच्छा फैसला साबित होगा.
- शिवसेना इस फैसले के खिलाफ नही है.
- लेकिन सरकार जनता को आश्वस्त करे कि उन्हें लम्बे समय तक दिक्कत नही होने वाली है.
- लोगों की परेशानियों को दूर करने में सरकार तेजी लाये.
- राजनाथ सिंह ने अपने सहयोगी दल की नाराजगी को दूर करने की कोशिश की.
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इसके पहले बुधवार को राज्यसभा में जमकर हंगामा हुआ. कांग्रेस सहित प्रमुख नेताओं ने बीजेपी पर आरोप लगाया कि सरकार ने गरीबों के लिए नुकसानदायक फैसला लिया है. इस फैसले के कारण देश का गरीब लाइन में खड़ा है. वामदलों ने भी सरकार को नोटबंदी पर घेरा.