उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर सत्तासीन समाजवादी पार्टी में लगातार घमासान जारी है। ऐसे में पहले से ही अखिलेश खेमे का समर्थन कर रही कांग्रेस अभी भी इस सम्भावना से इनकार नही कर रही है। बता दें कि आज कांग्रेस की मुख्यमंत्री पद की उम्मीदवार शीला दीक्षित ने सपा के युवा नेता और सीएम अखिलेश यादव के पक्ष में इस मुकाबले से हटने तक की पेशकश की है।
फासीवादी ताकतों को सत्ता में आने से रोकने के लिए कांग्रेस सपा के साथ गठबंधन के लिए है तैयार
- चुनाव आयोग ने कल यूपी सहित देश के पांच राज्यों में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव की तिथियों घोषणा कर दी है।
- ऐसे में समान विचारधारा रखने वाली कांग्रेस और सपा पार्टी के गठबंधन से इनकार नही किया जा सकता है।
- बता दें कि आज दिल्ली की पूर्व सीएम और यूपी में कांग्रेस की मुख्यमंत्री पद की उम्मीदवार शीला दीक्षित ने अखिलेश यादव के पक्ष में इस मुकाबले से हटने तक की पेशकश की है।
- हालांकि कांग्रेस प्रवक्ता शक्तिसिंह गोहिल का कहना है कि पार्टी राज्य में सभी सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है।
- कांग्रेस प्रवक्ता ने वजह बताते हुए कहा कि क्योंकि गठबंधन पर कोई बातचीत नहीं हुई है।
- उन्होंने ये भी कहा कि इस पर अभी कोई सहमति नही बन पाई है।
- उन्होंने कहा कि समान विचारधारा वाली पार्टियों के साथ वह हाथ मिलाने को तैयार है।
- शक्तिसिंह ने ये भी कहा कि जब फासीवादी और साम्प्रदायिक ताकतों को शिकस्त देने के लिए समान विचार वाली पार्टियों के साथ एकजुट होने का मुद्दा आएगा तब कांग्रेस आलाकमान इस विषय पर कोई फैसला करेगा।
- चुनाव आयोग द्वारा चुनाव कार्यक्रम की घोषणा का स्वागत करते हुए कांग्रेस प्रवक्ता शक्तिसिंह ने कहा कि यूपी में राहुल गांधी को किसान यात्रा के दौरान लोगों का अपार समर्थन मिला।
- बता दें कि सपा के साथ गठबंधन होने पर शीला दीक्षित की क्या भूमिका रहेगी इस सवाल पर शीला ने कहा कि फिलहाल सपा के साथ गठबंधन की खबरें अपुष्ट हैं।
- लेकिन अगर ऐसा होता है तो निश्चित तौर पर मैं उत्तर प्रदेश में एक युवा मुख्यमंत्री देखना चाहुंगी।
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