भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा बुद्धवार को एक प्रेस कांफ्रेंस की गयी है. इस प्रेस कांफ्रेंस की अगुवाई गवर्नर उर्जित पटेल द्वारा की गयी है जिसके बाद इस दौरान उन्होंने राज्यों द्वारा बड़े कृषि ऋण छूट की घोषणा के बाद राज्यों को चेतावनी दी है.
वित्तीय अनुशासन को हो सकता है खतरा :
- गवर्नर उर्जित पटेल की अगुवाई में आज एक प्रेस कांफ्रेंस की गयी.
- इस प्रेस कांफ्रेंस में बैंक का अहम मुद्दा राज्य सरकारों द्वारा कृषि ऋण में बड़ी छूट देना है.
- बैंक के अनुसार ऐसा करने से देश के वित्तीय अनुशासन पर ख़तरा हो सकता है.
- यही नहीं इस मौके पर केंद्रीय बैंक द्वारा सभी राज्यों को चेतावनी भी दी गयी हैं.
- अपनी नीति समीक्षा में केंद्रीय बैंक ने कहा कि इससे राजकोषीय गिरावट का खतरा है,
- साथ ही इससे बड़े और बड़े, मुद्रास्फीति के स्पलवेलरों को प्राप्त कर सकते हैं,
- आपको बता दें कि हाल ही में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फण्डनाविस द्वारा किसानों के लिए कुछ ऐलान किये गए हैं.
- इन ऐलानों में मुख्य है किसानों के एवज़ में 30,000 करोड़ रूपये की कृषि ऋण छूट.
- यही नहीं उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी द्वारा भी किसानों के लिए कर्ज़माफी का ऐलान किया है.
- बता दें कि उन्होंने इस ऐलान के तहत 36,359 करोड़ रूपये के आवंटन की बात कही है.
- जिसके बाद अब केंद्रीय बैंक द्वारा इस तरह के ऐलानों पर चिंता जताई गयी है.
- यही नहीं उनके द्वारा यह भी कहा गया है कि यह इस तरह के ऐलान होते रहे तो सरकारी कोष खाली हो जायेगा.
- इस प्रेस कांफ्रेंस में पटेल द्वारा अन्य कई मुद्दों पर भी चर्चा की गयी.
- जिसके बाद भारतीय रिज़र्व रेपो रेट पर भी प्रकाश डालते हुए उनका प्रतिशत बताया गया.
- साथ ही देश में तीन साल में हुए विकास पर भी प्रकाश डाला गया.
- जिसके बाद अब सभी राज्यों को इस तरह के एलान करने से रोकने के लिए बैंक द्वारा आदेश जारी किये जायेंगे.
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