अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प वैसे तो हमेशा से ही अपने अजीबो-गरीब कामों के लिए जाने जाते हैं. परंतु इस बार जो उन्होंने किया है उसके चलते उन्हें निंदा का शिकार होना पद रहा है. बता दें कि उन्होंने बहुत पुराने पेरिस जलवायु समझौते से किनारा कर लिया है. साथ ही इसे अमेरिका के लिए बेहद खराब समझौता घोषित कर दिया है.
भारत-चीन के लिए सख्त नहीं प्रावधान :
- अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने एक ऐसा निर्णय लिया है जिसके चलते उनकी निंदा हो रही है.
- बता दें कि उन्होंने पेरिस जलवायु समझौते से अमेरिका को किनारा करवा दिया है.
- यही नहीं उन्होंने इसे अमेरिका के लिए बेहद खराब समझौता करार किया है.
- इसके अलावा उनका कहना है कि भारत और चीन के लिए इसमें सख्त प्रावधान नहीं हैं.
- यह दोनों देश अपने यहाँ हो रहे प्रदूषण को रोक पाने के लिए कोई कदम नहीं उठा रहे हैं.
- इस तरह ग्लोबल वार्मिंग से निपटने की अंतरराष्ट्रीय कोशिशों से अमेरिका अलग हो गया.
- जिसके बाद अब उनके इस कदम से उन्हें कड़ी निंदा का शिकार होना पड़ रहा है.
- बता दें कि उनके इस कदम की पूर्व राष्ट्रपति ओबामा द्वारा निंदा की गयी है.
- साथ ही कहा है कि अमेरिका इस समझौते से अलग होकर युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ कर रहा है.
- बता दें कि डेमोक्रेटिक सांसदों द्वारा भी ट्रम्प के इस कदम की कड़ी निंदा की गयी है.
- यही नहीं यूरोपियन आयोग के सदस्यों द्वारा भी इसे एक बेहद नौसिखिया कदम करार दिया है.
- ट्रम्प के भारत पर आरोप भी लगाया है कि वह इससे अरबों रूपये लेने के लिए इसमें शामिल हुआ है.
- साथ ही कहा है कि यह दोनों देश इस पैसे से कोयले के उत्पादन स्तर को दोगुना करेंगे.
- उन्होंने अमेरिका के लिए अनुचित साबित कर इससे किनारा कर लिया है.
- जिसके बाद ट्रम्प की कड़ी आलोचना की जा रही है और इसे अमेरिका के लिए दुर्भाग्यपूर्ण बताया जा रहा है.
यह भी पढ़ें :