एटीएस द्वारा गुजरात में पकडे गए पाक एजेंट्स ने किया एक बड़ा खुलासा । पकडे गए एजेंट्स ने बताया कि पाकिस्तानी एजेंसियां अपने एजेंट्स बानाने के लिए करती है हनी ट्रैप का इस्तेमाल । पकडे गए एजेंट को भी एक 17 साल कि लड़की ने अपने जाल में फसा कर बनाया था पाकिस्तानी एजेंट । गौतलब है कि बुधवार की देर रात को गुजरात एटीएस ने कच्छ से मोहम्मद अलाना और सफूर सुमरा नामक पाकिस्तानी एजेंट्स को गिरफ्तार किया था।
कैसे इस्तेमाल करती हैं पाक एजेंसियां “हनी ट्रैप ‘?
- गुजरात में पकडे गए दो पाक एजेंट्स में से एक अलाना ने किया हनी ट्रैप का बड़ा खुलासा ।
- उसने बताया कि पाक एजेंसियां अपने एजेंट्स को बानाने के लिए हनी ट्रैप का इस्तेमाल करती हैं।
- पाक एजेंसियां कमसिन लड़कियों का सहारा ले कर लड़कों को अपने जाल में फसाती हैं और फिर उन्हें अपना एजेंट बनती हैं ।
- अलाना को भी 17 साल कि एक लड़की रज़िया ने ही फसाया था।
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- रज़िया के चक्कर में पड़कर अलाना इस कदर पागल हुआ कि वह उससे मिलने कई बार पाकिस्तान गया था।
- अलाना चार बार अधिकारिक तौर पर पाकिस्तान गया।
- जबकि एक बार बॉर्डर क्रॉस करके भी वह पाकिस्तान गया था।
- भारतीय एजेंसियों को शक है कि अलाना की पहली पाकिस्तानी दौरे के बाद।
- बाकी की विजिट आईएसआई द्वारा फिक्स कराई गई थीं।
- रज़िया ने नाम पर पाक एजेंसियां अलाना को ब्लैकमेल करती थीं ।
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- अलाना 17 साल की रजिया को ही अलग-अलग सोर्स से भारत से संबंधित जानकारी भेजता था ।
- अलाना ने भुज आर्मी बेस स्टेशन से जानकारी निकालने के लिए सफुर सुमरा नामक एक व्यक्ति को नियुक्त किया था।
- ये शख्स अलाना को आर्मी बेस स्टेशन और बीएसएफ रेजिमेंट की अंदरुनी जानकारी जुटाता कर देता था ।
- सुमरा बेस स्टेशन में मजदूरों को लालच देकर इंस्टॉलेशन की जानकारी हासिल करता था।
- भारतीय एजेंसियों को शक है कि इस काम के लिए अलाना और सुमरा को बड़ी रकम दी जाती थी।
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