दुनिया भर में ‘लिविंग लेजंड’ और तबले की आवाज के जादूगर नाम से मशहूर भारत के प्रसिद्ध तबला वादक उस्ताद ज़ाकिर हुसैन ने जब पुणे के यरवदा जेल में तबले की थाप पर संगीत छेड़ा तो जेल की दुनिया संगीत नगरी में तब्दील हो गई।
उस्ताद का तबले की धुन कैदियों के दिल में उतरी:
- यरवदा जेल में एक कार्यक्रम में जब तबले पर उस्ताद के हाथों की थाप पड़ी तो वह सीधे सुनने वालों के दिल में उतर रही थी।
- जाकिर हुसैन जेल में तबले के माध्यम से रेलगाड़ी, शंख और डमरू जैसी आवाज निकाल कर कैदी समेत वहां मौजूद सभी लोगों को आश्चर्य में डाल दिया।
- जेल में गंभीर गुनाहों की सटा काट रहे सभी कैदी उस्ताद के हुनर पर की जमकर तारीफ।
- यरवदा जेल की महिला अधिकारी तेजश्री पवार ने भी अपने हुनर का प्रदर्शन करते हुए उस्ताद जाकिर हुसैन के सामने तबला बजाया।
- जेल के एक कैदी ने भी उस्ताद के सामने मोहम्मद रफी का गाना प्रस्तुत किया।
यरवदा जेल के कैदियों को दिया संदेश:
- उस्ताद ने कैदियों को संदेश देते हुए कहा कि जेल जाने का मतलब यह नहीं कि आपका जीवन खत्म हो गया।
- उन्होंने कहा कि आपसे एक गलती हुई, वह हो ग, अब सही राह का अनुशरण करें।
- आपलोगों से एक मुलाकात आज तबले के जरिये हुई, लेकिन अपनी अगली मुलाकात मुंबई, पुणे के सभागृह में होनी चाहिए।
- उस्ताद ने आगे कहा कि मैं जेल के बाहर मैं आपका इंतजार करूंगा।