संसदीय समिति ने सांसदों का वेतन 50 हजार से बढ़ाकर 1 लाख करने के लिए संसद के पटल पर एक प्रस्ताव पिछले कई दिनों से रखा हुआ है। अगर इस प्रस्ताव को मान लिया गया तो सांसदों का वेतन और भत्ता एक लाख 40 हजार से बढ़कर कुल 2 लाख 80 हजार प्रतिमाह हो जायेगा।
- सांसदों के वेतन और भत्ते में वृद्धि करने से सम्बन्धित मुद्दा समाजवादी पार्टी के राज्य सभा सदस्य नरेश अग्रेवाल ने उठाया था।
- अग्रवाल ने कहा था कि अपने अच्छे रवैये की वजह से वह इस बढ़ोतरी के लिए पात्रता रखते हैं।
- सपा सांसद ने ये भी कहा था कि कई सांसद इसे चाहते तो हैं कि उनका वेतन बढ़ाया जाये लेकिन डर के मारे बोल नहीं रहे हैं।
- इससे पहले सातवें वेतन आयोग की रिपोर्ट ने कहा था कि किसी सरकारी नुमाइंदे की न्यूनतम तनख़्वाह 18,000 और अधिकतम 2 लाख 25 हजार हो सकती है।
- इस प्रस्ताव में कैबिनेट सचिव और समकक्ष अधिकारी के लिए अधिकतम 2.5 लाख रुपये प्रतिमाह वेतन का प्रस्ताव है।
- बीजेपी के सदस्य योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में इस समिति ने पेंशन में 75 प्रतिशत वृद्धि की बात भी कही है।
गौरतलब है आखिरी बार 6 साल पहले सासंदों के वेतन में वृद्धि हुई थी। ससंद में इसे स्वीकृति के लिए रखने से पहले इस मामले पर सभी मंत्रालयों से एक कैबिनेट नोट भेजकर राय मांगी गई है।
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