उत्तर प्रदेश के भाजपा नेता वरूण गांधी ने सुल्तानपुर से बाहर निकलने पर भाजपा आलाकमान से इजाजत लेने की बातों को अफवाह बताते हुए कहा कि पार्टी की तरफ से ऐसे कोई भी निर्देश नहीं दिये गये हैं। प्रदेश में भाजपा के सीएम प्रत्याशी के तौर पर अपने नाम की चर्चा के बाद वरूण गांधी ने कहा है, मैं समीकरण वाली राजनीति‍ के बजाय आशावादी राजनीति‍ को महत्‍व देता हूं। और जहां तक बात सुल्‍तानपुर से बाहर जनसभा करने की है तो पार्टी ने इस पर कोई रोक नहीं लगाई है।

क्या कहना है वरूण गांधी काः

  • वरूण गांधी ने कहा मैं आशावादी, आर्दश राजनीति‍ का पक्ष में हूं।
  • वरूण गांधी ने पत्रकारों से बात करते हुए पीएम नरेन्द्र मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि मोदी के नेतृत्व में केन्द्र की एनडीए सरकार ने अच्छा काम किया है।
  • उन्होंने कहा कि प्रदेश की सियासत को लेकर पिछले समय में कई मीडिया समूहों ने सर्वे कराये जिसमें मेरा नाम आगे रहा, इसी को लेकर समर्थकों में मुख्यमंत्री के तौर पर मेरे नाम की चर्चा हो रही है।
  • वरूण ने कहा कि मेरी तरफ से ऐसा कुछ भी नहीं है, पार्टी मुझे जो भी कार्य देगी वह पूरी ईमानदारी से करूंगा।

जाने पूरा मामलाः

  • भाजपा सूत्रों के अनुसार, 1 मई को वरुण गांधी इलाहाबाद में किसानों के एक कार्यक्रम में थे। जिससे भाजपा ने अपना पल्ला झाड़ लिया था और पार्टी  जिला इकाई को कार्यक्रम से दूर रहने की हिदायत दी थी।
  • बीजेपी ने सुल्तानपुर से बाहर जाने से पहले इजाजत लेने की बात कहते हुए सख्त चेतावनी दी है कि इसके पहले भी बिना अनुमति के वो अपने चुनावी क्षेत्र के बाहर जा चुके हैं।
  • गौरतलब है कि बीजेपी उस वाकये के बाद से खासी नाराज है जब एक पोस्टर में स्मृति ईरानी को बीमार जबकि वरुण गांधी को ज्यादा लोकप्रिय हो रहे नेता के तौर पर पेश किया गया था।
  • वरुण गांधी अपने चुनावी क्षेत्र के बाहर रैली और सभाएं करके खुद को मुख़्यमंत्री के दावेदार के रूप में प्रोजेक्ट करने की कोशिश कर रहे हैं जबकि अभी तक पार्टी आलाकमान ने यूपी चुनावों के लिए ऐसी कोई घोषणा नहीं है।
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