राष्ट्रपति निकोलस मदूरो वेनेजुएला के राष्ट्रपति ने देश में लागू नोट बंदी के फैसले को वापस लेने का फैसला लिया है देश में नोट बंदी के बाद स्थिति को देखते हुए लिया गया ये फैसला.
विफल होने के पीछे विदेशी ताकतों का हाथ
- राष्ट्रपति ने देश में नोट बंदी के विफल होने के पीछे विदेशी ताकतों को बताया है.
- बारह दिसम्बर को देश की बड़ी करेंसी को तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिया था.
- जिसके बाद वहां के नागरिकों ने इस फैसले का कड़ा विरोध जताया था.
- 100 बोलिवर को प्रतिबंधित कर पांच सौ हज़ार और बीस हज़ार की करेंसी को लागू किया था.
महंगाई को काबू करने के इए ये कदम
- नोट बंदी द्वारा देश में बेकाबू स्थितियां उत्पन्नं हो गई थी.
- तीन हवाई जहाज़ जिनको नयी करेंसी लेकर पहुंचना था वो नहीं आ सके.
- जिसके बाद ये फैसला वापस लेना पड़ रहा है.
- लम्बी कतारें प्रदर्शन और लूट की वारदातें देश में बढ़ने लगी थी.
- जिस पर सुरक्षा बलों का काबू पाना मुश्किल हो रहा था.
- नतीजन अब ये फैसला लेना पड़ रहा है की नोट बंदी वापस हो.
- आम जनता को भले ही इस परेशानी से निजात मिला हो.
- पर अधिकारियों की मानें तो ये फैसला देश के हित में था.
- परिस्थितियां अनुकूल न होने के कारण ये फैसला लेना पड़ रहा है.