विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया की गुमशुदगी को लेकर सोमवार को गहमागहमी का माहौल रहा. वह रात लगभग 9 बजे अहमदाबाद के शाही बाग इलाके में बेहोशी की हालत में मिले. जिसके बाद उन्हे अस्पताल में भर्ती कराया गया. होश में आने के बाद प्रवीण तोगड़िया ने गुजरात सरकार पर ही नहीं, बल्कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर गंम्भीर आरोप लगाते हुए ये 5 बड़े खुलासे किये थे. वहीँ यह पूरा घटनाक्रम भले ही किसी फ़िल्मी कहानी की तरह लगता हो, लेकिन ऐसे में सवाल यह उठता है कि आखिर ऐसा हुआ क्यों?

जाने ये पूरा मामला:

आपको बता दें कि पिछले कुछ महीने के घटनाक्रम को देखा जाए, तो वीएचपी में तोगड़िया का अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष का कार्यकाल 31 दिसंबर 2017 को खत्म हो रहा था. सूत्रों की मानें तो आरएसएस और बीजेपी नए लोगों को वीएचपी की कमान देना चाहती थी, लेकिन तोगड़िया पद से नहीं हटना चाहते  थे.

उन्होंने इसका कड़ा विरोध किया था और तोगड़िया के अलावा वीएचपी के अध्यक्ष राघव रेड्डी का भी कार्यकाल समाप्त हो रहा था. एक वरिष्ठ वीएचपी नेता के मुताबिक, आरएसएस रेड्डी की जगह वी. कोकजे को अध्यक्ष बनाना चाहती थी. लेकिन तोगड़िया ऐसा नहीं चाहते थे. उन्होंने रेड्डी को पद पर बनाए रखने पर जोर दिया.

केंद्र सरकार पर साधा था निशाना:

आपको बता दें कि होश में आने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में रोते हुए तोगड़िया ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कई ऐसे दावे किए, जो सीधे तौर पर केंद्र की मोदी सरकार की आलोचना माने जा रहे हैं. इसके साथ ही साथ ही तोगड़िया ने राम मंदिर और हिंदुओं की आवाज उठाने के लिए परेशान किए जाने की साजिश का भी आरोप लगाया है.

लगाए ये बड़े आरोप:

तोगड़िया ने प्रेस कांफ्रेस करके माहौल में और गहमागहमी मचाते हुए साफ तौर पर कहा की उनके एनकाउंटर की साजिश की गई थी. जिसके बाद उन्होने राजस्थान के गृहमंत्री से फोन पर बात भी की थी.

वहीँ जब प्रवीण तोगड़िया से पूछा गया कि उनके खिलाफ कौन साजिश कर रहा है, तो उन्होंने कहा कि वो समय आने पर सबूतों के साथ इसका खुलासा करेंगे और इस दौरान प्रवीण तोगड़िया अपने पूरे बयान में सेंट्रल आईबी शब्द का इस्तेमाल करते रहे.

इसके साथ ही वह ये भी कहते रहे कि राजस्थान और गुजरात पुलिस से मुझे कोई शिकायत नहीं है. यानी वो अपने पूरे बयान में सेंट्रल आईबी के नाम से केंद्र की मोदी सरकार को घेरते रहे, हालांकि, उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया.

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भावुक हुए तोगड़िया:

उन्होंने कहा कि मेरी आवाज दबाने की कोशिश की गई है. सेंट्रल आईबी ने 10 हजार डॉक्टरों को डराया गया. हिंदुओं की आवाज मैं उठा रहा हूं-तो मेरे खिलाफ कानून तोड़ने का केस लगाया गया, कई सालों से हिन्दू एकता की बात कह रहा हूं.

आगे उन्होंने कहा कि मेरा एनकाउंटर कराने की साजिश की गई. जब मै कमरे था, तो मैंने बाहर देखा तो पुलिस थी. एक युवक मेरे कमरे में आया और बोला की आपका एनकाउंटर होने वाला है. अपने एनकाउंटर की बात सुनकर मैने अपना फोन आफ किया.

उन्होंने बताया कि इसके बाद मैने राजस्थान के गृहमंत्री से बात भी की. इस दौरान प्रेस कांफ्रेंस में बोलते-बोलते तोगड़िया रो पड़े. उन्होंने कहा लम्बी बेहोशी के चलते मेरा पल्स रेट गिरा है. मेरे खिलाफ लम्बे समय से साजिश हो रही थी.

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