विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) के पूर्व अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया ने मंगलवार से जारी अपना अनशन दो दिन बाद गुरुवार को तोड़ दिया. इस मौक पर शिवसेना, विहिप और बजरंगदल के कार्यकर्ता मौजूद थे. बता दें, वीएचपी के अध्यक्ष पद से हटने के बाद प्रवीण तोगड़िया राममंदिर निर्माण को लेकर माहौल बनाने की कोशिश में लगे थे. इसी के तहत तोगड़िया ने अहमदाबाद में राम मंदिर की मांग को लेकर मंगलवार से अनिश्चितकालीन उपवास शुरू किया था.

अध्यक्ष पद से हटने के बाद तोगड़‍िया ने रखा था अनशन:

बीते दिन वीएचपी के नये अध्यक्ष पद पर चुनाव हुआ था. चुनाव में तोगड़िया को हटा कर उनकी जगह विष्णु सदाशिव कोकजे ने ली थी. कहा जा रहा है, कि पीएम मोदी के दबाव में तोगड़िया को हटाकर कई सालों बाद इस पद के लिए चुनाव करवाए गये थे. जिसके बाद तोगड़िया ने भाजपा पर राम मंदिर न बनवाने का आरोप लगाते हुए अनिश्चित कालीन अनशन शुरू किया था.

उपवास के दौरान तोगड़ि‍या ने पीएम मोदी पर भी जमकर निशाना साधा था. उन्‍होंने कहा था, “नरेंद्र मोदी के पास जो सत्ता है, वो हिन्दुओं कि लाशों से मिली है. क्या आप भुल गए पुलिस कि गोली से 300 हिन्दुओं को मरवाया था?”

तोगड़िया ने कहा, “आज भी गुजरात के 1200 से ज्यादा हिंदू आजीवन कारावास भुगत रहे हैं. सैकड़ों हिंदुओं की लाश और हजारों हिंदुओं का कारावास क्या आपको सत्ता में भेजने के लिए थी?”

राम मंदिर पर मोदी सरकार से नाराज:

तोगड़िया लगातार राम मंदिर के मुद्दे पर भी मोदी सरकार को घेर रहे हैं. तोगड़िया ने आरोप लगाते हुए कहा है कि बीजेपी ने संसद में बहुमत हासिल करने के बाद अयोध्या में भव्य राम मंदिर बनाने के लिए कानून बनाने के 1989 के अपने पालमपुर प्रस्ताव पर पलटी मार ली है. अब वीएचपी से बेदखल होने के बाद तोगड़िया हिंदुओं से एकजुट होने का आह्वान कर रहे हैं. वो संसद में कानून लाकर राम मंदिर निर्माण के लिए हिंदुओं को एकजुट करने की बात कह रहे हैं.

तोगड़िया का आरोप है कि पिछले चार सालों में न तो कोई विकास हुआ और न ही सरकार ने राम मंदिर का निर्माण किया है. वो आरोप लगा रहे हैं कि सरकार हर मोर्चे पर फेल हुई है.

तोगड़िया ने कहा, “राम मंदिर बनाने के लिए लोगों ने अपनी जान दी और जेल गए हैं.” तोगड़िया ने तंज कसते हुए कहा कि लगता है अयोध्या में बाबरी मस्जि‍द बनाने के लिए आप प्रधानमंत्री बने हैं.

विहिप से हुई विदाई:

गौरतलब है कि प्रवीण तोगड़िया को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ बयानबाजी का हर्जाना अपने समर्थित उम्मीदवार की हार के रूप में भुगतना पड़ा था. वीएचपी के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष पद के चुनाव में तोगड़िया गुट के राघव रेड्डी को शिकस्त मिली और विष्णु सदाशिवम् कोकजे वीएचपी के नए अध्यक्ष निर्वाचित हो गए. इसके साथ ही प्रवीण तोगड़िया की विश्व हिन्दू परिषद से विदाई हो गयी.

CM मनोहर पर्रिकर की मौत की फर्जी खबर फैलाने वाला गिरफ्तार

UTTAR PRADESH NEWS की अन्य न्यूज पढऩे के लिए Facebook और Twitter पर फॉलो करें