[nextpage title=”जेएनयू प्रकरण ” ]

आखिरकार जेएनयू में हिंदुस्तान की बर्बादी के नारों का सच सबके सामने आ गया। बता दें 9 फरवरी को जेएनयू में देश विरोधी नारे लगाए थे। 10 फ़रवरी को वीडियो सामने के बाद इस घटना ने पूरे देश का माहौल गरम कर दिया था। दिल्ली पुलिस ने 11 फरवरी को Zee News से मिले वीडियो फुटेज के आधार पर आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया था।

इस मुद्दे पर राजनीति करने वालों ने भी खूब अपनी रोटियां सेंकीं थी। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल से लेकर वाम मोर्चा तक सभी ने केंद्र सरकार को आड़े हाथों लिया था और इस घटना को JNU को बदनाम करने की साजिश बताया था।

हालांकि फोरेंसिक जाँच के बाद वीडियो की सच्चाई भी सामने आ गई थी लेकिन उसे झूठा बताया गया। इस केस में JNU छात्रसंघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार को पुलिस ने गिरफ्तार किया था लेकिन कोर्ट ने कन्हैया को शशर्त जमानत दी थी।सबूतो के अभाव में तिहाड़ जेल से बेल पर छूटने के बाद छात्रसंघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर सीधे हमला बोल दिया था और सुर्ख़ियों में छा गए थे।

[/nextpage]

[nextpage title=”जेएनयू प्रकरण ” ]

Zee News, NewsX और India News ने जेएनयू प्रकरण से सम्बंधित 9 फरवरी के वीडियो फुटेज को बार-बार अपने चैनल पर प्रसारित किया था। बिना सच जाने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने साफ़ तौर कन्हैया कुमार का पक्ष लेते हुए मीडिया में आये वीडियो फुटेज को झूठा बताया था।

यहाँ तक कि दिल्ली सरकार ने वीडियो प्रसारित करने की वजह से इन तीनों चैनलों के खिलाफ दिल्ली कोर्ट में केस भी कर दिया था। इसके पहले के घटनाक्रम में दिल्ली सरकार ने वीडियो को फर्जी बताते हुए केंद्र सरकार पर JNU मामले में राजनीति करने का आरोप लगाया था और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के बारे में भी बयानबाजी की थी।

बता दें कि दिल्ली सरकार द्वारा हैदराबाद के लैब को भेजे गए सात वीडियो में से तीन के साथ छेड़-छाड़ की बात सामने आई थी जिसके बाद कहा गया था कि JNU में देशद्रोही नारे नहीं लगे थे।

[/nextpage]

[nextpage title=”जेएनयू प्रकरण ” ]

सामने आये सच से जेएनयू प्रकरण की तस्वीर एकदम साफ़ हो गई है। सीबीआई की लैब ने दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को एक रिपोर्ट भेजी है जिसमें Zee News पर प्रसारित किये गए जेएनयू प्रकरण के वीडियो को विश्वसनीय बताया गया है। वीडियो की सत्यता की पुष्टि होने के बाद अब अरविन्द केजरीवाल पर सवाल उठने शुरू हो गए हैं। सोशल मीडिया के जरिये अरविन्द केजरीवाल से मुख्यमंत्री पद से इस्तीफे की माँग की जा रही है।

बता दें कि फरवरी माह में जेएनयू कैंपस के कई विवादित वीडियो सामने आये थे जिनमें जेएनयू के छात्र उमर खालिद और उसके कुछ साथियों को भारत विरोधी नारे लगाते हुए देखा गया था। वीडियो में ये लोग अफजल गुरु के समर्थन में भी नारे लगा रहे थे जिसको फांसी दी जा चुकी है।

[/nextpage]

UTTAR PRADESH NEWS की अन्य न्यूज पढऩे के लिए Facebook और Twitter पर फॉलो करें