प्रधानमन्त्री मोदी द्वारा हमेशा से मन की बात की जाती है पर लोगों की मन की बात सुनने में असमर्थ नजर आ रहे हैं प्रधानमन्त्री मोदी.खबर है की 28 साल के विनय कुमार जो बेहद उम्दा चित्रकार हैं वो प्रधानमन्त्री मोदी को पिछले तीन महीने से अपने खून से पत्र लिख रहे हैं पर उनको कोई जवाब नाहीं मिल रहा है.
बेहद गंभीर बिमारी से ग्रसित हैं विनय कुमार
- बुंदेलखंड क्षेत्र में रहने वाला विनय कुमार पिछले तीन साल से बिमारी से जूझ रहे हैं.
- डॉक्टर्स द्वारा उन्हें लीवर ट्रांसप्लांट करवाने के लिए कहा गया है.
- पैसों के अभाव में उनका इलाज संभव नहीं हो पा रहा है.
- उनकी हालत अब खराब होती नजर आ रही है.
- चित्रकारी का जुनून और इलाज की आस उन्होनें अभी तक नहीं छोड़ी है.
- गत तीन महीनों से विनय कुमार मोदी जी को न जाने कितने पत्र भेज चुके हैं.
- लेकिन मोदी की तरफ से अबतक कोई जवाब नहीं आया है.
- प्रधानमन्त्री द्वारा जवाब ना दिए जाने से विनय नाराज़ हैं.
बुंदेलखंड में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान खोलने की मांग
- विनय को केवल अपनी सेहत की चिंता नहीं हैं.
- वो बुंदेलखंड में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) खोले जाने की मांग कर रहे हैं.
- अपने इलाज के लिए विनय ने दिल्ली स्थित एम्स में बहुत धक्का मुक्की की है.
- एम्स में उनका इलाज वक्त पर शुरू नहीं हो पाया.
- जिस कारण विनय अब यहाँ पर एम्स खुलवाना चाहते हैं.