कश्मीर में भारतीय सेना के खिलाफ चल रहे प्रोपोगेंडा वार के तहत विगत दिनों में सेना के जवानों पर कई तरह के आरोप लगाये जा रहें हैं। भारतीय सेना, जिस पर इल्जाम लग रहें है कि वह कश्मीर में जबरन अमन लाने की कोशिश कर रही है या अपना आपा खोने पर कहीं कहीं वह एक्शन लेती है जिसमें कश्मीर के बेगुनाह लोग भी मारे जाते हैं।
हाल ही में सोशल मीडिया पर एक वीडियो वारयल है जो कश्मीर में सेना और अन्य सुरक्षा बलों की स्थिति बताने के लिए पर्याप्त है। इस वीडियो में घाटी के कुछ युवक एक सी आर पी एफ जवान को दौड़ा दौड़ा कर पीट रहें हैं और हाथ में बन्दूक होने के बावजूद वह जवान अपनी जान बचाकर भागता हुआ दिखाई दे रहा है।
https://www.youtube.com/watch?v=lQsdCz_nafg
राज्य के लोगों पर सेना की ज्यादती की ये झूठी कहानियां 90 के दशक की यादें ताजा कर देती हैं, जब घाटी में भारत-विरोध और आतंकवाद अपने चरम पर था। हर छोटी-बड़ी घटना के लिए सेना पर आरोप लगाए जाते थे लेकिन कश्मीर को आतंक से मुक्त कराने में सेना की अहम भूमिका रही थी जरूरी है कि बिना सच जाने या अपनी सूझ-बूझ का प्रयोग किये सिर्फ किसी के कहने मात्र से हम उन्माद में ना बहें। और देश की रक्षा में अपने प्राण तक निछावर करने वाले देश के जवानों का मान सम्मान बना रहना चाहिए।