पेय जल की विकट समस्या से जूझ रहे देश के कई हिस्सों के लिए यह खबर बहुत ही पीड़ादायक है कि देश में जहां पीने का पानी सुगमता से उपलब्ध है वहां पानी की बेताहाशा बर्बादी हो रही है।
जहां एक तरफ भीषण सूखे से जूझ रहे महाराष्ट्र के लातूर जिले में लोगों की प्यास बुझाने के लिए रेल मंत्रालय पानी एक्सप्रेस का संचालन कर रहा है, वहीं दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में रेलवे स्टेशन प्लेटफार्म_नंबर_5 पर हजारों लीटर पानी रोजाना बर्बाद हो रहा है।
जहां एक तरफ पूरा भारत सूखे के दंश से तड़प रहा है, वहीं गोरखपुर रेलवे स्टेशन पर पिछले तीन दिन से रोजाना हजारों लीटर स्वच्छ पानी यूं ही बर्बाद हो रहा है। और ऐसा भी नहीं है कि यह मामला किसी के संज्ञान में नहीं है। इस खराब नल की समस्या के बारे में स्टेशन के सभी अधिकारियों को सूचना है लेकिन किसी भी जिम्मेदार अधिकारी ने इस ओर सुध लेने की कोई जरूरत नहीं समझी।
देश में सूखे की समस्या से करीब 33 करोड़ की आबादी पीड़ित है और इसके समाधान के प्रति हमारा रवैया अपर्याप्त है। यह प्राकृतिक आपदा नहीं, बल्कि मानवजनित आपदा है।पिछले दो सालों से कम हुई बारिश ने स्थिति को और गंभीर बना दिया है।