[nextpage title=”वीडियो” ]
हमारे समाज में नारी को सर्वोच्च दर्जा देने की बातें होती हैं लेकिन ये महज किताबी तब लगने लगती हैं जब कोई लड़की अपने घर से निकलकर स्कुल, कॉलेज, हॉस्पिटल या कहीं भी जा रही हो तो उसे छेड़खानी जैसी घटना शर्मनाक घटना से रूबरू होना पड़ता है. ऐसी ही एक घटना लड़की के साथ बस स्टॉप पर होती है और लड़की खुद को असुरक्षित महसूस करती है लेकिन उसके प्रतिरोध का तरीका देखकर फिर कोई लड़का ऐसी हरकत करने की हिम्मत नहीं जुटा सकेगा.
वीडियो अगले पेज पर:
[/nextpage]
[nextpage title=”वीडियो” ]
लड़की बस स्टॉप पर आकर बस का इंतजार कर रही है तभी वहां पहले से मौजूद लड़कों में से एक उसे घूरने लगता है, बुरी नियत से लड़की को देख रहे इस लड़के की हरकत के वो सहम जाती है और चुपचाप चली जाती है. अगले दिन भी यही घटना होती है लेकिन तब उसके बाद ऐसा कुछ होता है कि लड़के ने सपने में भी नहीं सोचा होगा. लड़की अपने दोस्तों के साथ आती है और लड़के को अकेले देखकर उसको उसी अंदाज में छेड़ने लगती हैं जिस तरीके से लड़के ने किया था. लड़का शर्मसार हो जाता है और अंत में वो लड़की आकर उसे एक कागज का टुकड़ा थमा जाती है जिसपर लिखा होता है’ मुझे भी ऐसा ही महसूस हुआ था’. ये दुखद है कि समाज में लड़कियों को खुलकर जीने के लिए अभी भी संघर्ष करना पड़ता है.
[/nextpage]