विंग कमांडर पूजा ठाकुर ने भारतीय वायुसेना में स्थायी कमीशन नहीं दिए जाने को लेकर कोर्ट की शरण ली है। पूजा ने वायुसेना के इस कदम को महिलाओं के खिलाफ बताया है। गौर हो कि परमानेंट कमीशन का मतलब, रिटायर होने तक सेवा में बने रहना होता है। पूजा इस मामले को लेकर कोर्ट में चली गई है, वहीं पूजा के वकील ने बताया कि कोर्ट ने एयरफोर्स को चार सप्ताह में जवाब देने को कहा है।
- पिछले वर्ष अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की भारत यात्रा के दौरान उनके सम्मान में दिए गए गार्ड ऑफ ऑनर की अगुवाई करने वाली विंग कमांडर पूजा ठाकुर ने भारतीय वायुसेना (IAF) के खिलाफ आर्म्ड फोर्स ट्रिब्यूनल में केस कर दिया है।
- पूजा ने 2015 में अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा को गार्ड ऑफ ऑनर दिया था, जिसके बाद वो राष्ट्रपति भवन में किसी राजकीय मेहमान को गार्ड ऑफ ऑनर का नेतृत्व करने वाली पहली महिला अधिकारी बनी थीं।
- विंग कमांडर पूजा ठाकुर ने भारतीय वायुसेना की ओर से स्थायी कमीशन देने से इंकार किए जाने पर सशस्त्र बल न्यायाधिकरण का रूख किया है।
- विंग कमांडर पूजा ने अपनी याचिका में कहा है कि उन्हें फुल सर्विस देने से इनकार करने का भारतीय वायुसेना का फैसला ‘पूर्वाग्रह से प्रेरित, भेदभावपूर्ण, मनमाना और पूरी तरह से अनुचित है’।
- यह घटनाक्रम ऐसे समय सामने आया है जब वायु सेना तीन महिला पायलटों को लड़ाकू दस्ते में शामिल करने के बाद महिलाओं को पुरुषों के बराबद दर्जा देने का दम भर रही है।
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