युवाओं ने दिल्ली में बेचे ‘पकौड़े:

अगर चैनल के बाहर कोई व्यक्ति पकौड़ा बेच रहा है तो क्या वह रोजगार होगा या नहीं?

प्रधानमंत्री ने रोजगार का मतलब पकौड़े बेचना समझ लिया है। दूसरे शब्दों में कहे..

तो प्रधानमंत्री हर छोटा-मोटा काम चलाऊ रोजगार से देश की बेरोजगारी दूर करने का सपना देख रहे हैं।

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प्रधानमंत्री के पकौड़े वाले जवाब का कड़ा विरोध हो रहा है। विरोध करने के अलग-अलग तरीके हैं, कोई लिख कर विरोध कर रहा है।

कोई बोल कर, लेकिन सोशल एक्टिविस्ट देवाशीष झरारिया पकौड़ा बेचकर प्रधानमंत्री  मोदी के जवाब का विरोध कर रहे हैं।

देवाशीष ने पहले सोशल मीडिया पर एक फोटो शेयर किया।

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इस फोटो के माध्यम से लोगों को कॉनट प्लेस आकर ‘प्रधानमंत्री पकौड़ा रोजगार योजना’ से जुड़ने की अपील की गई।

देवाशीष ने फोटो शेयर करते हुए लिखा कि..

कुछ घंटों बाद बैनर पोस्टर के साथ देवाशीष कॉनट प्लेस में पकौड़ा बेचने भी लगे।

https://twitter.com/BSPYouthIndia/status/955824794213076992

और लोगों से अपील भी की वो आकर जुड़े।

सोशल मीडिया पर देवाशिष के पकौड़ा बेचने की फोटो वायरल हो रही है।

अच्छे बुरे आतंकवाद में फर्क करना ज्यादा खतरनाक- पीएम मोदी

वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम-2018 (WEF) में मंगलवार को पीएम नरेंद्र मोदी ने इनॉगरल स्पीच दी। मोदी ने WEF के एग्जीक्यूटिव चेयरमैन प्रो. क्लॉज श्वाब से मुलाकात की.मोदी ने कहा कि उन्होंने फोरम का बहुत अच्छे से तैयार किया है। 1997 में भारत के प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा दावोस समिट में आए थे।

तब भारत की जीडीपी करीब 400 बिलियन डॉलर थी, जो अब 6 गुना तक ज्यादा हो गई है। मोदी फोरम में अब तक का सबसे बड़ा भारतीय दल ले गए हैं. इसमें 6 कैबिनेट मंत्री, 2 सीएम, 100 सीईओ समेत 130 लोग शामिल हैं। भारत की ओर से 21 साल बाद कोई प्रधानमंत्री इस फोरम में शामिल हो रहा है।

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