कश्मीर में भारतीय सैनिकों की गोलियों से मारे गये आंतकी बुरहान वानी की मौत के बाद चर्चा में आये इस्लामी स्कॉलर जाकिर नायक की संस्था को लेकर एक नया खुलासा सामने आया है। इस खुलासे के अनुसार जाकिर नायक का ये फाउंडेशन लोगो को 50,000 रूपये कैश देकर धर्म परिवर्तन का कार्य करता था।
गौरतलब है कि जाकिर नायक के इस फाउंडेशन को लेकर ये भी सामने आ रहा है कि ये फाउंडेशन धर्मातरण के एक बड़े अड़्डे के रूप में काम करता था। ऐसा माना जा रहा है कि ये फाउंडेशन अब तक तकरीबन 800 लोगो का धर्म परिवर्तन कर चुका है। इस फाउंडेशन पर आरोप है कि जाकिर के करीबी आर्शी कुरैशी और रिजवान मिल कर धर्मान्तरण का काम करते थे।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक ज़ाकिर नाईक के भाषणों से प्रभावित लोग जब आईआरएफ से धर्म परिवर्तन के लिए संपर्क करते थे। उस वक्त आर्शी कुरैशी उन्हें मुंबई बुलाता था। रिजवान उन्हें मुंबई से पहले पनवेल स्टेशन पर उतार लेता था।
रिजवान मौलवी की तरह काम करता था। उनके ठहरने-खाने-पीने का इंतजाम करता था। साथ ही उनकी शादी और धर्मान्तरण से जुड़े कागज़ातों के इंतजाम का जिम्मा भी रिजवान पर था। इसके बाद रिजवान इस पूरे काम का बिल आर्शी को भेज देता था। आर्शी जाकिर नाईक के फाउंडेशन से पमेंट करवाता था.
इसके साथ ही एक और बड़ा खुलासा हुआ है कि धर्मांतरण के लिए जाकिर नाईक के फाउंडेशन को सऊदी अरब से फंडिंग होती थी। पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि क्या धर्मान्तरण के बाद इन लोगों को आईएस में शामिल होने सीरिया भेजा जाता था।