आंध्र प्रदेश का शहर विशाखापट्टनम जिसे ‘वाइजैग’, ‘हॉर्बर सिटी’, ‘सिटी ऑफ डेस्टिनी’ आदि नामों से भी जाना जाता है. विशाखापट्टनम, बंगाल की खाड़ी के समुद्री तट पर स्थित एक बेहद खूबसूरत शहर है. पिछले दिनों यहां पहला इंटरनेशनल यॉट यानी नौका फेस्टिवल का आयोजन हुआ है. इस शहर को देख कर लगता है जैसे कुदरत ने अपना सारा प्यार उस पर लुटा दिया हो.
यहां के बीच हैं खास:
विशाखापट्टनम, बंगाल की खाड़ी के तट पर स्थित एक खूबसूरत शहर है. जहां कई सारे बीच भी हैं. जिनमे रामकृष्ण बीच सबसे ज्यादा आकर्षक है. शहर के दिल यानी बीच में होने के कारण यह लोगों में खासा लोकप्रिय है. तट से लगा हुआ ही बीच रोड भी है, जिसके पूरब में बीच है और पश्चिम में खूबसूरत इमारतों की सजीली पंक्तियां। इन्हीं इमारतों के बीच ‘रामकृष्ण मिशन भवन’ है. इस भवन के नाम पर ही इसका नाम रामकृष्ण बीच पड़ा. बीच रोड को यहां के नगर निगम ने काफी सुंदर तरीके से सुसज्जित किया है. रोड के किनारे बने छोटे-छोटे पार्क और जगह-जगह लगी मूर्तियां इस जगह की जीवंतता को और बढ़ा देती हैं.
स्वच्छता में सबसे आगे:
यह एक बहुत ही साफ़ सुधरा और सुन्दर शहर है जहाँ के लोगो ने खुद प्रकृति की ख़ूबसूरती को सजों के रखा है. विशाखापट्टनम शहर का इतिहास महात्मा बुद्ध से जुड़ा हुआ है. इस शहर से 15 किलोमीटर की दूरी पर तोट्लकोंडा नामक स्थान पर 2500 साल पुराने एक बौद्ध मठ के अवशेष मिले हैं. इस मठ का संबंध बौद्ध धर्म के महायान संप्रदाय से माना जाता है. इस शहर का रेलवे स्टेशन देश का सबसे साफ़ रेलवे स्टेशन है.
मनमोहक नज़ारें:
इस शहर के नज़ारे आपका मन मोह लेंगे. खास बात यह है कि यहां सुबह सात बजे से पहले यातायात की आवाजाही पर रोक सिर्फ इसलिए लगी हुई है क्योंकि यहां बड़ी संख्या में स्थानीय लोग मॉर्निंग वॉक के लिए आते हैं. भोर की पहली किरण से ही यहां चहल-पहल देखी जा सकती है. यह देश का पूर्वी-दक्षिणी तट है इसलिए यहां से सूर्योदय देखना बड़ा ही सुखद प्रतीत होता है. यहां समंदर किनारे सुनहरी रेत पर पड़ती सूर्य आभा बेहद खूबसूरत लगती है.