2022 के यूपी चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के रवेंद्र पाल सिंह [ Ravendra Pal Singh ] ने समाजवादी पार्टी की लक्ष्मी धनगर को 24327 मतों के अंतर से हराकर छर्रा सीट जीती।
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— Th. Ravendra Pal Singh (@RavendraTh) October 1, 2024
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आज विधानसभा छर्रा के कस्बा अकराबाद की मैन मार्केट में भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता दिलाते हुए ठा0 रवेंद्रपाल सिंह विधायक छर्रा।@BJP4India @BJP4UP @myogiadityanath @narendramodi pic.twitter.com/OxhXir8pWq
2017 के विधानसभा चुनाव में अलीगढ़ की छर्रा विधानसभा सीट पर भाजपा (BJP) ने बड़ी जीत दर्ज की थी और रविंद्र पाल सिंह विधायक [ Ravendra Pal Singh ] बने थे। इससे पहले इस सीट पर समाजवादी पार्टी (SP) का कब्जा था।
इस चुनाव में बीजेपी के लिए यह जीत खास थी, क्योंकि 2012 में पार्टी यहां पांचवें स्थान पर थी, लेकिन 2017 में सीधे पहले स्थान तक का सफर तय किया।
- 2017 चुनाव परिणाम:
- बीजेपी (रविंद्र पाल सिंह) – 1,10,738 वोट
- समाजवादी पार्टी (राकेश सिंह) – 54,604 वोट
- बसपा (सगीर) – 53,859 वोट
2012 में हारने के बाद 2017 में इतनी बड़ी जीत बीजेपी के लिए रणनीतिक रूप से अहम थी और इसने पार्टी की पकड़ को मजबूत किया।
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रविंद्रपाल सिंह: जन्म एवं प्रारंभिक राजनीतिक जीवन [ Ravendra Pal Singh ]
रविंद्रपाल सिंह (उर्फ़ रावेंद्र पाल सिंह) का जन्म अलीगढ़ जिले के सदर तहसील स्थित गाँव असदपुर कयाम में हुआ। उनका राजनीतिक सफर 1989 में RSS से जुड़ाव के साथ शुरू हुआ। 1991-92 में वे कल्याण सिंह के नेतृत्व में भाजपा में शामिल हो गए और उन्हें अपना राजनीतिक गुरु मानते रहे।
भाजपा में उनका उदय
- 1995-96: भाजपा युवा मोर्चा के अलीगढ़ जिलाध्यक्ष बने।
- 2007: भाजपा के जिलाध्यक्ष पद पर नियुक्ति।
- 2011: भाजपा प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य बने।
- 2014: भाजपा किसान मोर्चा के ब्रज प्रांत उपाध्यक्ष पद पर रहे।
- धनीपुर ब्लॉक अध्यक्ष, युवा मोर्चा अध्यक्ष और उपाध्यक्ष जैसे महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया।
- केंद्रीय उपभोक्ता सहकारी बैंक के तीन बार चेयरमैन रहे।
- भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य भी रह चुके हैं।
विधायक के रूप में पहचान [ Ravendra Pal Singh ]
2017 में पहली बार छर्रा विधानसभा सीट से विधायक चुने गए। उनकी छवि एक जमीनी नेता की रही है, जो कठिन परिस्थितियों में भी पार्टी के प्रति वफादार रहे। कल्याण सिंह के समर्थकों में उनका नाम प्रमुखता से लिया जाता है।
विशेषताएँ
- संगठनात्मक क्षमता: भाजपा के विभिन्न पदों पर रहकर संगठन को मजबूत किया।
- किसान हितैषी: किसान मोर्चा से जुड़े रहने के कारण कृषक समुदाय में उनकी अच्छी पहचान है।
- विश्वसनीय नेतृत्व: पार्टी के अंदरूनी मामलों में उनकी राय को महत्व दिया जाता है।
अलीगढ़ जिले के 7 विधायक का जीवन परिचय और राजनीतिक सफर
क्रम संख्या | विधायक का नाम | पार्टी का नाम | विधानसभा क्षेत्र | जिला |
---|---|---|---|---|
1 | अनिल पाराशर | भारतीय जनता पार्टी | 75-कोइल | अलीगढ़ |
2 | जयवीर सिंह | भारतीय जनता पार्टी | 72-बरौली | अलीगढ़ |
3 | मुक्ता संजीव राजा | भारतीय जनता पार्टी | 76-अलीगढ़ | अलीगढ़ |
4 | रवेंद्र पाल सिंह | भारतीय जनता पार्टी | 74-छर्रा | अलीगढ़ |
5 | राजकुमार सहयोगी | भारतीय जनता पार्टी | 77-इगलास | अलीगढ़ |
6 | संदीप कुमार सिंह | भारतीय जनता पार्टी | 73-अतरौली | अलीगढ़ |
7 | सुरेंद्र डीलर | भारतीय जनता पार्टी | 71-खैर | अलीगढ़ |