कटेहरी विधानसभा उपचुनाव: धर्मराज निषाद [ Dharamraj Nishad ] ने बनाया नया रिकॉर्ड, भाजपा को मिली बड़ी जीत
अंबेडकरनगर जिले की कटेहरी विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी धर्मराज निषाद [ Dharamraj Nishad ] ने जीत दर्ज की है। निषाद ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी को 33,828 वोटों के भारी अंतर से पराजित कर न केवल चौथी बार विधायक बनने का गौरव प्राप्त किया, बल्कि अपने ही पिछले सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए। यह जीत उनके लिए विशेष महत्व रखती है क्योंकि यह पहली बार है जब उन्होंने भाजपा के टिकट पर चुनाव जीता है।
धर्मराज निषाद का राजनीतिक सफर: बसपा से भाजपा तक [ Dharamraj Nishad ]
धर्मराज निषाद का राजनीतिक करियर कई उतार-चढ़ाव से भरा रहा है:
- प्रारंभिक सफलता (1996-2007):
- 1996 में पहली बार बसपा के टिकट पर कटेहरी से चुनाव लड़कर भाजपा के कद्दावर नेता और पूर्व मंत्री अनिल तिवारी को 5,764 वोटों से हराया
- 2002 में सपा के पूर्व विधायक जयशंकर पांडेय को 4,121 वोटों से पराजित किया
- 2007 में तीसरी बार जीत हासिल की और बसपा सरकार में मत्स्य विभाग के मंत्री बने
- संघर्ष का दौर (2012-2017):
- 2012 में मायावती के निर्देश पर जौनपुर के शाहगंज से चुनाव लड़ा, लेकिन सपा के ललई यादव से हार गए
- 2017 में अयोध्या की गोसाईगंज सीट से चुनाव लड़ा, पर भाजपा के इंद्र प्रताप तिवारी से पराजित हुए
- भाजपा में नया अध्याय (2018 के बाद):
- 2018 में बसपा छोड़कर भाजपा में शामिल हुए
- 2022 में भाजपा के टिकट पर अकबरपुर से चुनाव लड़ा, लेकिन सपा के रामअचल राजभर से हार गए
- 2023 के उपचुनाव में अपनी पुरानी सीट कटेहरी से भाजपा के टिकट पर जीत हासिल की
जीत के पीछे की रणनीति
धर्मराज निषाद की इस ऐतिहासिक जीत के पीछे कई कारक रहे:
- स्थानीय जनाधार: कटेहरी उनकी परंपरागत सीट है, जहां निषाद समुदाय के मतदाताओं का बड़ा आधार है
- अनुभव: चार बार विधायक रह चुके निषाद का स्थानीय मुद्दों पर पकड़ मजबूत है
- सामाजिक समीकरण: निषाद समुदाय के अलावा अन्य जातियों में भी उनकी अच्छी पकड़ है
- भाजपा का संगठनात्मक समर्थन: भाजपा के राष्ट्रीय स्तर के संगठन ने उनकी जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई
अंबेडकर नगर जिले की विधानसभा सीटों पर अधिकतम वोट प्राप्त करने वाले प्रत्याशियों की तालिका:
क्रम संख्या | अभ्यर्थी का नाम | पार्टी का नाम | ईवीएम वोट | डाक द्वारा वोट | कुल वोट | वोट प्रतिशत |
---|---|---|---|---|---|---|
1 | धर्मराज निषाद | भारतीय जनता पार्टी | 1,03,856 | 235 | 1,04,091 | 45.57% |
2 | शोभावती वर्मा | समाजवादी पार्टी | 69,459 | 118 | 69,577 | 30.46% |
3 | अमित वर्मा | बहुजन समाज पार्टी | 41,599 | 48 | 41,647 | 18.23% |
4 | राजेश कुमार | आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) | 5,140 | 12 | 5,152 | 2.26% |
5 | गोविंद कुमार | निर्दलीय | 1,649 | 1 | 1,650 | 0.72% |
6 | नोटा | इनमें से कोई नहीं | 1,528 | 2 | 1,530 | 0.67% |
7 | अयोध्या | अपना दल (कमेरावादी) | 740 | 1 | 741 | 0.32% |
8 | मो. असद | पीस पार्टी | 694 | 4 | 698 | 0.31% |
9 | नीलम सिंह | भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी | 869 | 0 | 869 | 0.38% |
10 | ओमवीर वर्मा | निर्दलीय | 886 | 0 | 886 | 0.39% |
11 | राम नरेश | भागीदारी पार्टी (पी) | 1,034 | 5 | 1,039 | 0.45% |
12 | शत्रुघ्न | मूलनिवासी समाज पार्टी | 553 | 1 | 554 | 0.24% |
कुल वोट: 2,28,434
(ईवीएम वोट: 2,28,007 | डाक द्वारा वोट: 427)
राजनीतिक महत्व
यह जीत भाजपा के लिए विशेष महत्व रखती है क्योंकि:
- अंबेडकरनगर जिले में भाजपा की उपस्थिति मजबूत हुई है
- पूर्वी उत्तर प्रदेश में निषाद समुदाय के बीच पार्टी की पैठ बढ़ी है
- बसपा से आए नेताओं को भाजपा में सफलता मिलने का संदेश गया है
धर्मराज निषाद [ Dharamraj Nishad ] की यह जीत न केवल उनके व्यक्तिगत राजनीतिक कौशल को दर्शाती है, बल्कि भाजपा की सामाजिक समावेशिता की रणनीति की सफलता भी है। 33,828 वोटों के रिकॉर्ड अंतर से जीत ने साबित कर दिया कि कटेहरी में उनकी लोकप्रियता अभी भी बरकरार है। आने वाले समय में वह भाजपा में और महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
अंबेडकरनगर जिले के विधायकों की सूची
क्रम संख्या | विधायक का नाम | पार्टी का नाम | विधानसभा क्षेत्र | जिला |
---|---|---|---|---|
1 | त्रिभुवन दत्त | समाजवादी पार्टी | 279 – आलापुर | अंबेडकरनगर |
2 – उपचुनाव 2024 | धर्मराज निषाद | भाजपा | 277 – कटेहरी | अंबेडकरनगर |
2 | लालजी वर्मा | समाजवादी पार्टी | 277 – कटेहरी | अंबेडकरनगर |
3 | राकेश पांडेय | समाजवादी पार्टी | 280 – जलालपुर | अंबेडकरनगर |
4 | राम अचल राजभर | समाजवादी पार्टी | 281 – अकबरपुर | अंबेडकरनगर |
5 | राम मूर्ति वर्मा | समाजवादी पार्टी | 278 – टांडा | अंबेडकरनगर |
Updated : November 23, 2024