अमेठी विधानसभा सीट पर सपा नेता [ Maharaji Prajapati ] की जीत
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में समाजवादी पार्टी (सपा) की उम्मीदवार महराजी प्रजापति [ Maharaji Prajapati ] ने अमेठी विधानसभा सीट पर भाजपा (BJP) के प्रत्याशी डॉ. संजय सिंह को 8,263 वोटों के अंतर से हराकर बड़ी जीत दर्ज की। इस जीत ने अमेठी में समाजवादी पार्टी की पकड़ को और मजबूत कर दिया है।
Amethi Assembly Election Results 2022 : अमेठी के 4 विधानसभा सीटों के नतीजे
अखिलेश यादव का बड़ा फैसला
2022 के विधानसभा चुनाव में सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने टिकट बंटवारे में कई चौंकाने वाले फैसले लिए। उन्होंने अमेठी विधानसभा सीट से महाराजी प्रजापति को मैदान में उतारकर राजनीतिक समीकरण बदल दिए। महराजी समाजवादी पार्टी सरकार में मंत्री रहे गायत्री प्रजापति की पत्नी हैं, जो इस सीट पर पहले प्रभावी थे।
गायत्री प्रजापति से जुड़ा विवाद और महराजी देवी [ Maharaji Prajapati ] की पृष्ठभूमि
समाजवादी पार्टी ने गायत्री प्रजापति की पत्नी महराजी देवी को अमेठी से प्रत्याशी बनाया, जिनकी जीत ने यह साबित कर दिया कि इस सीट पर अभी भी गायत्री प्रजापति का प्रभाव बरकरार है। हालांकि, गायत्री प्रजापति भ्रष्टाचार और आपराधिक मामलों के चलते जेल में हैं, लेकिन उनकी राजनीतिक विरासत को उनकी पत्नी ने आगे बढ़ाया।
ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) की जांच रिपोर्ट में महराजी देवी को लेकर कई खुलासे किए गए थे। जांच एजेंसी के अनुसार, 2012 तक महराजी देवी सिलाई-कढ़ाई कर 10 से 15 हजार रुपये प्रति माह कमाती थीं, जिसकी जानकारी गायत्री प्रजापति के शपथ पत्र में भी दर्ज थी।
2013 में जांच के दौरान महाराजी देवी [ Maharaji Prajapati ] के नाम लोनावला (महाराष्ट्र) में एक आलीशान बंगला होने की बात सामने आई। इसके अलावा, उनकी दो बेटियां प्रॉपर्टी डीलिंग के कारोबार से जुड़ी हुई थीं। 2013 से 2017 के बीच महाराजी देवी और उनकी बेटियों के खातों में 6.60 करोड़ रुपये जमा हुए।
ईडी ने इस जांच के दौरान 57 बैंक खातों में जमा 3.50 करोड़ रुपये जब्त किए थे। इन वित्तीय गड़बड़ियों के बावजूद, महराजी देवी को समाजवादी पार्टी ने अमेठी से उम्मीदवार बनाया और उन्होंने भाजपा को मात देकर विधानसभा में जगह बनाई।
अमेठी में समाजवादी पार्टी की पकड़ बरकरार
महाराजी प्रजापति [ Maharaji Prajapati ] की जीत यह दर्शाती है कि अमेठी में समाजवादी पार्टी की जमीनी पकड़ अब भी मजबूत है। भाजपा के लिए यह सीट जीतना आसान नहीं था, क्योंकि अमेठी लंबे समय तक कांग्रेस का गढ़ रही है और यहां समाजवादी पार्टी की भी गहरी पैठ रही है।
2022 के विधानसभा चुनावों में सपा और भाजपा के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिला। महाराजी प्रजापति की यह जीत अखिलेश यादव के लिए रणनीतिक रूप से बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है। आने वाले समय में अमेठी की राजनीति में महराजी प्रजापति की भूमिका और अधिक अहम हो सकती है।
विधानसभा सीट | जीतने वाले प्रत्याशी | पार्टी | हराए गए प्रत्याशी | पार्टी | वोटों का अंतर |
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अमेठी | महराजी प्रजापति | सपा | डॉ. संजय सिंह | बीजेपी | 8,263 |
तिलोई | मयंकेश्वर शरण सिंह | बीजेपी | मोहम्मद नईम | सपा | 27,829 |
जगदीशपुर | सुरेश कुमार | बीजेपी | विजय कुमार | कांग्रेस | 11,602 |
गौरीगंज | राकेश प्रताप सिंह | सपा | चंद्र प्रकाश मिश्रा मटियारी | बीजेपी | 6,963 |