आशीष कुमार सिंह ‘आशू’ का जन्म उत्तर प्रदेश के देवमनपुर गांव, मल्लावां में एक सामान्य मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ था। उनका जीवन बचपन से ही अनुशासन और सेवा भावना से प्रेरित रहा, जिसका श्रेय उनके पिता को जाता है, जो एक इंटर कॉलेज में प्राचार्य थे और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से सक्रिय रूप से जुड़े हुए थे। आशीष कुमार सिंह आशू का जीवन परिचय बताता है कि किस प्रकार एक सामान्य ग्रामीण पृष्ठभूमि का व्यक्ति अपनी मेहनत, सिद्धांतों और राजनीतिक सोच से प्रदेश स्तर की राजनीति में महत्वपूर्ण स्थान बना सकता है।

बचपन से ही उन्हें सामाजिक कार्यों और राष्ट्रसेवा में रुचि थी, और यही प्रवृत्ति उन्हें युवावस्था में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) की ओर ले गई। उन्होंने 1996 में ABVP से जुड़कर लखनऊ विश्वविद्यालय की छात्र राजनीति में कदम रखा और जनरल सेक्रेटरी के पद के लिए चुनाव भी लड़ा। हालांकि वह समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी राम सिंह राणा से कुछ सौ वोटों के अंतर से हार गए, लेकिन यह हार उनके हौसले को नहीं तोड़ सकी।

उत्तर प्रदेश 2022 विधानसभा में 403 सीटों पर विभिन्न जातियों और धर्मों के विधायकों का प्रतिनिधित्व

आशीष कुमार सिंह ‘आशू’ का राजनीतिक सफर: छात्र राजनीति से विधानसभा तक का सफर

आशीष कुमार सिंह आशू का राजनीतिक सफर एक उदाहरण है कि छात्र राजनीति किस तरह से एक व्यक्ति को जनप्रतिनिधि बनने तक पहुंचा सकती है। ABVP के सक्रिय कार्यकर्ता के रूप में उन्होंने युवाओं के बीच अपनी पकड़ बनाई और विभिन्न आंदोलनों में भागीदारी की। लखनऊ विश्वविद्यालय की राजनीति से प्राप्त अनुभव ने उन्हें जमीनी हकीकत से जोड़ा और उन्हें यह समझ दी कि राजनीति केवल सत्ता का माध्यम नहीं, बल्कि सेवा और परिवर्तन का साधन है।

उनके सामाजिक जुड़ाव और संगठनात्मक अनुभव को देखते हुए भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने उन्हें राजनीति में सक्रिय भूमिका देने का फैसला लिया। 2017 में उन्हें बिलग्राम-मल्लावां विधानसभा क्षेत्र से पार्टी का प्रत्याशी बनाया गया और जनता ने उनके विकासवादी दृष्टिकोण पर भरोसा जताते हुए उन्हें अपना प्रतिनिधि चुना।

यह आशीष कुमार सिंह आशू के राजनीतिक सफर का अहम पड़ाव था, जब उन्होंने पहली बार विधायक पद की शपथ ली। उनके नेतृत्व में इस क्षेत्र में कई विकास कार्य प्रारंभ हुए, जिनमें ग्रामीण सड़कें, स्वास्थ्य सुविधाएं, पेयजल योजनाएं और युवाओं के लिए प्रशिक्षण केंद्र शामिल हैं।

आशीष कुमार सिंह ‘आशू’ : 2022 में दोबारा मिली जीत

2022 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने एक बार फिर आशीष कुमार सिंह आशू पर विश्वास जताते हुए उन्हें बिलग्राम-मल्लावां से अपना प्रत्याशी बनाया। विपक्षी दलों की तमाम रणनीतियों और आरोप-प्रत्यारोपों के बावजूद आशू ने विश्वास, विकास और सेवा के मुद्दों पर चुनाव लड़ा।

जनता ने उनके पिछले कार्यकाल की नीतियों और योजनाओं को सराहा और उन्हें दोबारा भारी मतों से जीत दिलाई। यह जीत इस बात का प्रमाण थी कि आशू न केवल पार्टी के मजबूत स्तंभ हैं, बल्कि जनता के सच्चे प्रतिनिधि भी हैं।

उनके छोटे भाई गौरव सिंह, छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले के जिलाधिकारी हैं, जिससे यह भी सिद्ध होता है कि यह परिवार सेवा भावना और प्रशासनिक मूल्यों से गहराई से जुड़ा हुआ है

आशीष कुमार सिंह ‘आशू’ – जनसेवा का प्रतिबिंब

आशीष कुमार सिंह आशू का जीवन परिचय और राजनीतिक सफर इस बात को दर्शाता है कि एक सामान्य पृष्ठभूमि से आया व्यक्ति भी अगर निष्ठा, मेहनत और दूरदृष्टि के साथ आगे बढ़े, तो राजनीति में सफलता जरूर मिलती है। उनका राजनीतिक सफर यह बताता है कि छात्र राजनीति से लेकर विधायक बनने तक की राह आसान नहीं होती, लेकिन अगर जनसेवा का उद्देश्य स्पष्ट हो, तो हर चुनौती अवसर बन जाती है।

भविष्य में भी आशीष कुमार सिंह आशू से अपेक्षा की जा रही है कि वे अपने विधानसभा क्षेत्र के लोगों की उम्मीदों पर खरा उतरेंगे और भाजपा की नीतियों को जन-जन तक पहुंचाते रहेंगे।

UP Election Results 2022: यूपी के वोटों के अंतर से जीत का Margin Meter

हरदोई जिले के विजेता (विधानसभा चुनाव 2022) Hardoi Assembly Election Results 2022

विधानसभा सीटविजेता प्रत्याशीपार्टी (दल)
हरदोई सदरनितिन अग्रवालभारतीय जनता पार्टी (BJP)
सवायजपुरमाधवेंद्र प्रताप सिंहभारतीय जनता पार्टी (BJP)
शाहाबादरजनी तिवारीभारतीय जनता पार्टी (BJP)
गोपामऊ (सुरक्षित)श्याम प्रकाशभारतीय जनता पार्टी (BJP)
सांडी (सुरक्षित)प्रभाष कुमार वर्माभारतीय जनता पार्टी (BJP)
बिलग्राम मल्लावांआशीष कुमार सिंह ‘आशू’भारतीय जनता पार्टी (BJP)
बालामऊ (सुरक्षित)रामपाल वर्माभारतीय जनता पार्टी (BJP)
संडीलाअलका सिंहभारतीय जनता पार्टी (BJP)
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