Durga Prasad Yadav : आजमगढ़ सदर विधानसभा सीट के अपराजेय नेता

उत्तर प्रदेश की राजनीति में दुर्गा प्रसाद यादव [ Durga Prasad Yadav ] एक ऐसा नाम हैं, जो चार दशकों से आजमगढ़ सदर विधानसभा सीट पर अपराजेय बने हुए हैं। समाजवादी पार्टी (सपा) के वरिष्ठ नेता दुर्गा प्रसाद यादव ने 2022 के विधानसभा चुनाव में एक बार फिर जीत हासिल कर अपनी पकड़ को मजबूत किया।

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2022 का विधानसभा चुनाव

यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में, दुर्गा प्रसाद यादव ने आजमगढ़ सदर सीट से जीत दर्ज की। इससे पहले, 2017 के चुनाव में उन्होंने 88,087 वोट पाकर भाजपा के अखिलेश मिश्र गुड्डू को 26,262 वोटों से हराया था। उस समय अखिलेश मिश्र को 61,825 वोट मिले थे।

राजनीति में शुरुआत और पहला चुनाव [ Durga Prasad Yadav ]

दुर्गा प्रसाद यादव ने बचपन से ही राजनीति में रुचि रखी। उनकी राजनीतिक यात्रा पल्हनी ब्लॉक प्रमुख के रूप में शुरू हुई, जिसे वर्तमान में उनके भतीजे प्रमोद यादव संभाल रहे हैं।

उनका पहला बड़ा चुनाव 1985 में था, जब वे आगरा जेल में रहते हुए निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में आजमगढ़ सदर विधानसभा सीट से चुनाव लड़े। उन्हें चुनाव चिह्न “शेर” मिला, जो काफी चर्चा में रहा और उन्होंने जीत हासिल की।

लगातार जीत और एकमात्र हार

1985 में निर्दलीय जीतने के बाद, उन्होंने 1989 और 1991 में जनता दल के टिकट पर जीत दर्ज की। 1993 का चुनाव उनके लिए चुनौतीपूर्ण रहा, जब सपा-बसपा गठबंधन के उम्मीदवार राजबली यादव ने उन्हें हरा दिया। इस चुनाव में भाजपा दूसरे स्थान पर रही, जबकि दुर्गा प्रसाद जनता दल के टिकट पर तीसरे स्थान पर रहे।

इसके बाद, उन्होंने समाजवादी पार्टी में शामिल होकर 1996 का चुनाव सपा के टिकट पर लड़ा और जीत हासिल की। तब से लेकर अब तक वे लगातार चुनाव जीतते आ रहे हैं—1996, 2002, 2007, 2012, 2017 और 2022 में।

दुर्गा प्रसाद यादव का चुनावी सफर [ Durga Prasad Yadav ]

वर्षपार्टीचुनाव परिणामस्थान
1985निर्दलीयजीत
1989जनता दलजीत
1991जनता दलजीत
1993जनता दलहारतीसरा स्थान
1996समाजवादी पार्टीजीत
2002समाजवादी पार्टीजीत
2007समाजवादी पार्टीजीत
2012समाजवादी पार्टीजीत
2017समाजवादी पार्टीजीत
2022समाजवादी पार्टीजीत

आजमगढ़ सदर सीट का चुनावी इतिहास

अगर 1977 से अब तक हुए चुनावों पर नजर डालें, तो इस सीट से 1977 में कांग्रेस के भीमा प्रसाद और 1980 में इंदिरा कांग्रेस के राम कुंवर सिंह जीते थे। लेकिन 1985 के चुनाव में दुर्गा प्रसाद यादव ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में जीत हासिल कर अपना राजनीतिक वर्चस्व स्थापित किया।

1993 में बसपा के राजबली यादव ने उन्हें हराया, लेकिन उसके बाद 1996 से अब तक वे इस सीट से अजेय बने हुए हैं।

2017 में भाजपा और बसपा की चुनौती

2017 के चुनाव में बसपा ने बाहुबली भूपेंद्र सिंह मुन्ना को मैदान में उतारा, जबकि भाजपा ने ब्राह्मण कार्ड खेलते हुए अखिलेश मिश्र गुड्डू को टिकट दिया। इस कड़ी टक्कर के बावजूद, दुर्गा प्रसाद यादव ने 88,087 वोट पाकर जीत हासिल की, जबकि भाजपा के अखिलेश मिश्र को 61,825 वोट मिले।

दुर्गा प्रसाद यादव [ Durga Prasad Yadav ] की राजनीति का सफर चार दशक से अधिक लंबा है। 1985 में निर्दलीय जीत से लेकर समाजवादी पार्टी के मजबूत स्तंभ बनने तक, उन्होंने लगातार अपनी पकड़ बनाए रखी है। 1993 को छोड़ दें, तो वे आजमगढ़ सदर विधानसभा सीट से अपराजेय हैं। उनका यह लंबा राजनीतिक सफर बताता है कि वे न सिर्फ एक लोकप्रिय नेता हैं, बल्कि उनकी जमीनी पकड़ भी बेहद मजबूत है।

आजमगढ़ जिले की सभी दस विधानसभा सीटों पर सपा की जीत [ Azamgarh Assembly Election Results 2022 ]

Azamgarh Assembly Election Results 2022 : आजमगढ़ के 10 विधानसभा सीटों के नतीजे 

समाजवादी पार्टी (सपा) ने आजमगढ़ जिले की सभी 10 विधानसभा सीटों पर जीत दर्ज की। विजयी प्रत्याशियों की सूची:

विधानसभा सीटविजयी प्रत्याशी
आजमगढ़ सदरदुर्गा प्रसाद यादव
अतरौलियाडॉ. संग्राम यादव
गोपालपुरनफीस अहमद
निजामाबादआलमबदी आजमी
सगड़ीडॉ. एच.एन. पटेल
लालगंजबेचई सरोज
मेंहनगरपूजा सरोज
फूलपुर पवईरमाकांत यादव
मुबारकपुरअखिलेश यादव
दीदारगंजकमलाकांत राजभर

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