भाजपा उम्मीदवार सुभाष त्रिपाठी ने इस बार भी जीत दर्ज करते हुए समाजवादी पार्टी के मुकेश श्रीवास्तव को 12,056 वोटों के अंतर से हराया। चुनाव मैदान में बसपा की गीता, एआईएमआईएम के रईसी अहमद और कांग्रेस के राणा शिवम सिंह भी थे। गौरतलब है कि 2017 में भी सुभाष त्रिपाठी ने इस सीट पर जीत हासिल की थी।
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सुभाष त्रिपाठी का जीवन परिचय और राजनीतिक सफर
जीवन परिचय:
सुभाष त्रिपाठी का जन्म 31 दिसंबर 1955 को बहराइच जिले के विशेश्वरगंज में श्री सनी प्रकाश त्रिपाठी के घर हुआ था। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा स्थानीय विद्यालय से पूरी करने के बाद फैजाबाद स्थित अवध विश्वविद्यालय से 1979 में पोस्ट ग्रेजुएशन, 1981 में बीएड और 1988 में एलएलबी की डिग्री हासिल की। शिक्षा पूरी करने के बाद उन्होंने वकालत का पेशा अपनाया और सामाजिक कार्यों में सक्रिय भूमिका निभाई।
राजनीतिक सफर:
सुभाष त्रिपाठी का राजनीतिक सफर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) से जुड़ने के बाद शुरू हुआ। पार्टी में उन्होंने विभिन्न पदों पर कार्य करते हुए अपनी छाप छोड़ी। उनके राजनीतिक कौशल को देखते हुए बीजेपी ने उन्हें बहराइच-श्रावस्ती से विधान परिषद का टिकट दिया और 16 जनवरी 1998 को वे पहली बार विधान परिषद सदस्य के रूप में निर्वाचित हुए।
पयागपुर विधानसभा सीट से चुनावी सफर:
परिसीमन के बाद 2008 में अस्तित्व में आई पयागपुर विधानसभा सीट से सुभाष त्रिपाठी ने 2012 में पहली बार चुनाव लड़ा, लेकिन उस समय कांग्रेस के मुकेश श्रीवास्तव ने बसपा के अजीत प्रताप सिंह को 27,000 से अधिक वोटों के अंतर से हराकर जीत हासिल की, जबकि सुभाष त्रिपाठी चौथे स्थान पर रहे।
2017 के विधानसभा चुनाव में सुभाष त्रिपाठी ने अपनी रणनीति बदली और इस बार मुकेश श्रीवास्तव (जो अब समाजवादी पार्टी में शामिल हो चुके थे) को 41,154 वोटों के भारी अंतर से हराकर न केवल जीत हासिल की, बल्कि 2012 की हार का बदला भी लिया। यह जीत उनके राजनीतिक सफर में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुई।
2022 के विधानसभा चुनाव में भी सुभाष त्रिपाठी ने पयागपुर सीट से अपना दावा पेश किया और एक बार फिर अपनी जनसमर्थक छवि और बीजेपी के मजबूत संगठनात्मक ढांचे के बल पर जीत दर्ज की। उनका यह सफर एक साधारण पृष्ठभूमि से उठकर लगातार दो बार विधायक बनने तक का है, जो उनकी जनसंपर्क क्षमता और स्थानीय मुद्दों की समझ को दर्शाता है।
आज सुभाष त्रिपाठी न केवल पयागपुर विधानसभा क्षेत्र के एक प्रमुख नेता हैं, बल्कि बहराइच जिले की राजनीति में भी उनकी महत्वपूर्ण भूमिका है।
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2022 उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में बहराइच जिले की सभी विधानसभा सीटों का परिणाम
विधानसभा सीट | विजेता प्रत्याशी | पार्टी | प्रमुख प्रतिद्वंदी | पार्टी | जीत का अंतर |
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बहराइच | अनुपमा जायसवाल | भाजपा | यासर शाह | सपा | 4078 वोट |
बल्हा | सरोज सोनकर | भाजपा | अक्षयवर नाथ कनौजिया | सपा | 16573 वोट |
कैसरगंज | आनंद कुमार | सपा | गौरव वर्मा | भाजपा | 7711 वोट |
महसी | सुरेश्वर सिंह | भाजपा | कृष्ण कुमार ओझा | सपा | 42684 वोट |
मटेरा | मारिया अली शाह | सपा | अरुण वीर सिंह | भाजपा | 10428 वोट |
नानपारा | राम निवास वर्मा | अपना दल (एस) | माधुरी वर्मा | सपा | 12184 वोट |
पयागपुर | सुभाष त्रिपाठी | भाजपा | मुकेश श्रीवास्तव | सपा | 12056 वोट |