Ataur Rehman Political Journey अताउर रहमान बरेली जिले की बहेड़ी विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी (सपा) के विधायक हैं। उनका राजनीतिक सफर संघर्ष और सेवा की भावना से प्रेरित रहा है। वह उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक प्रमुख मुस्लिम नेता के रूप में उभरे हैं और बहेड़ी विधानसभा क्षेत्र में उनकी लोकप्रियता काफी अधिक है।
प्रारंभिक जीवन और राजनीतिक पृष्ठभूमि Ataur Rehman Political Journey
अताउर रहमान का जन्म बरेली जिले के बहेड़ी क्षेत्र में हुआ था। उनके परिवार की राजनीतिक पृष्ठभूमि मजबूत रही है, जिससे उन्हें राजनीति में आने की प्रेरणा मिली। उन्होंने राजनीति में आने से पहले सामाजिक कार्यों में रुचि दिखाई और समाज के कमजोर तबकों के लिए काम किया।
राजनीति उन्हें विरासत में मिली है—उनके पिता शफीक अहमद कांग्रेस पार्टी के जिला उपाध्यक्ष थे और पूर्व मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी के करीबी थे। अताउर रहमान ने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की और वॉलीबॉल में भी उत्कृष्ट खिलाड़ी रहे हैं।
बरेली के बहेड़ी से सपा विधायक अताउर रहमान को पार्टी में प्रमोशन देते हुए प्रदेश महासचिव बनाया गया है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश से पहली बार किसी सपा नेता को यह जिम्मेदारी मिली है, जो क्षेत्र के मुस्लिम नेताओं के बीच सपा के स्पष्ट राजनीतिक संदेश का प्रतीक है। इससे पहले मंडल में मंत्री रहे हाजी रियाज के बाद यह महत्वपूर्ण पद अताउर रहमान को मिला है। वे 2009 में प्रदेश सचिव, सपा अल्पसंख्यक सभा के प्रदेश अध्यक्ष और 2010 में राष्ट्रीय सचिव के पद पर भी रह चुके हैं। अताउर रहमान वर्तमान में बहेड़ी से विधायक हैं और 2002 व 2012 में भी इसी सीट से चुने जा चुके हैं।
अताउर रहमान का राजनीतिक सफर काफी समृद्ध और विविध रहा है। 2002 में वे चौदहवीं विधान सभा के सदस्य बने और 2003-07 तक मुलायम सिंह यादव के मंत्रिमंडल में राज्य मंत्री के रूप में कार्य किया। 2012 में वे सोलहवीं विधान सभा में दूसरी बार चुने गए और 2012-13 के दौरान महिला एवं बाल विकास संबंधी संयुक्त समिति के सदस्य भी रहे। 2022 में वे अठारहवीं विधान सभा के सदस्य बने।
विधायक के रूप में यात्रा Ataur Rehman Political Journey
अताउर रहमान पहली बार 2012 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में बहेड़ी विधानसभा सीट से चुनाव लड़कर विधायक बने। समाजवादी पार्टी ने उन्हें टिकट दिया और उन्होंने भारी मतों से जीत हासिल की। उनकी जीत का कारण उनके जनसमर्थन और क्षेत्र में किए गए सामाजिक कार्य थे।
विधायक के रूप में, अताउर रहमान ने अपने क्षेत्र में विकास कार्यों को प्राथमिकता दी और खासकर शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी ढांचे पर ध्यान केंद्रित किया। उन्होंने बहेड़ी क्षेत्र में सड़कों के निर्माण, बिजली और पानी की सुविधाओं में सुधार के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए। उनके द्वारा कराए गए विकास कार्यों के चलते वे जनता के बीच लोकप्रिय बने रहे।
2017 और 2022 के विधानसभा चुनाव
2017 के विधानसभा चुनाव में, जब समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने गठबंधन किया था, अताउर रहमान ने फिर से बहेड़ी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा। हालांकि, उस चुनाव में भाजपा की लहर थी, लेकिन अताउर रहमान ने कड़ी टक्कर दी और अपनी सीट को बरकरार रखा।
2022 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भी अताउर रहमान ने बहेड़ी सीट से जीत हासिल की। उन्होंने अपने विरोधियों को हराकर क्षेत्र में समाजवादी पार्टी की पकड़ को मजबूत बनाए रखा। उनके लगातार जीतने का मुख्य कारण उनकी जमीन से जुड़ी राजनीति और जनता के बीच उनकी पहुंच है।
कभी ‘अंतरात्मा’ जगी और पाला बदल हो गया ? Ataur Rehman Political Journey
अताउर रहमान ने 1996 में बहेड़ी सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ा, जिसमें उन्हें 22,298 वोट (13%) मिले और वे चौथे स्थान पर रहे। 2002 में उन्होंने बसपा के टिकट पर चुनाव लड़ा, जहां 22.7% वोट के साथ दूसरे स्थान पर रहे।
2002 में सपा विधायक मंजूर अहमद की हत्या के बाद हुए उपचुनाव में अताउर रहमान ने बसपा के उम्मीदवार के रूप में जीत हासिल की और बहेड़ी सीट से पहली बार विधायक बने।
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