धीरेंद्र सिंह का जीवन परिचय और उनका प्रेरणादायक राजनीतिक सफर
उत्तर प्रदेश की राजनीति में प्रभावशाली नामों में शुमार जेवर विधानसभा से भाजपा विधायक धीरेंद्र सिंह का जन्म 1 नवंबर 1966 को गौतमबुद्ध नगर जिले के रबुपुरा कस्बे में एक किसान परिवार में हुआ था। उनके पिता ठाकुर हीरी सिंह और माता श्रीमती शांति देवी ने उन्हें मूल्य आधारित जीवन जीने की प्रेरणा दी। धीरेंद्र सिंह ने इतिहास विषय में एम.ए. की डिग्री 1988 में चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय से प्राप्त की और उनका पारिवारिक पृष्ठभूमि राजनीति और सामाजिक सेवा से जुड़ा रहा है।
UP Election Results 2022: यूपी के वोटों के अंतर से जीत का Margin Meter
प्रारंभिक जीवन और शिक्षा में उत्कृष्टता
धीरेंद्र सिंह का जीवन परिचय उनके संघर्षशील और जनसेवाभाव वाले व्यक्तित्व को दर्शाता है। बचपन से ही वह सामाजिक विषयों में रुचि रखते थे। उन्होंने बुलंदशहर के डीएवी पीजी कॉलेज से अपनी स्नातकोत्तर शिक्षा पूर्ण की। छात्र जीवन से ही नेतृत्व क्षमता उनमें स्पष्ट दिखाई देती थी, जिसका प्रमाण उनके छात्र संघ के समय की सक्रियता है।
राजनीतिक सफर की शुरुआत: कांग्रेस से बीजेपी तक
धीरेंद्र सिंह का राजनीतिक सफर छात्र जीवन में सेंट जॉन्स कॉलेज, आगरा से छात्र नेता के रूप में शुरू हुआ। इसके बाद 2001 में वह पहली बार रबुपुरा क्षेत्र से चेयरमैन निर्वाचित हुए। उनके राजनीतिक जीवन का अगला महत्वपूर्ण पड़ाव तब आया जब वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (कांग्रेस) में शामिल हुए और उत्तर प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता जैसे महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया।
आधुनिक भारत के निर्माता बाबासाहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर जी ज्ञान और कर्म का संगम थे। वह सभी देशवासियों की श्रद्धा के केंद्र हैं। न्याय पंचायत शमशमनगर के ग्राम श्यामनगर के बूथ नंबर 364 पर बाबासाहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर जी की जयंती के सुअवसर पर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। #MLAJewar… pic.twitter.com/ODgpKKIDze
— Dhirendra Singh (@DhirendraGBN) April 14, 2025
भट्टा-परसौल आंदोलन: राजनीति में पहचान की नींव
धीरेंद्र सिंह का राजनीतिक सफर तब नया मोड़ लेता है जब 2011 में भट्टा-परसौल गांव में ज़मीन अधिग्रहण को लेकर किसानों का आंदोलन शुरू हुआ। इस आंदोलन में धीरेंद्र सिंह ने अग्रणी भूमिका निभाई। वे राहुल गांधी को अपनी मोटरसाइकिल पर बिठाकर सीधे आंदोलन स्थल तक ले गए, जिससे उन्हें राष्ट्रीय पहचान मिली। इस घटना के बाद ही उन्होंने ज़मीन अधिग्रहण कानून में बदलाव के लिए किसानों के साथ मिलकर ज़ोरदार आंदोलन किया। उनका योगदान 2013 के भूमि अधिग्रहण कानून में बदलाव का आधार बना।
भाजपा में शामिल होकर नई राजनीतिक पारी
2017 में धीरेंद्र सिंह ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) का दामन थामा और जेवर विधानसभा से विधायक बने। अपने पहले ही चुनाव में उन्होंने बसपा के तीन बार के विधायक वेदराम भाटी को हराकर जीत हासिल की। यह जीत उनके राजनीतिक सफर की महत्वपूर्ण उपलब्धि थी। इसके बाद 2022 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने तीसरी बार संसद सदस्य रहे अवतार भड़ाना को 56,315 मतों से हराकर अपनी पकड़ और मजबूत की।
जेवर एयरपोर्ट और किसान संवाद: नेतृत्व की मिसाल
धीरेंद्र सिंह के राजनीतिक सफर की एक और अहम उपलब्धि है नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (जेवर एयरपोर्ट) के लिए भूमि अधिग्रहण में उनकी भूमिका। उन्होंने किसानों से संवाद करते हुए शांतिपूर्ण तरीके से ज़मीन अधिग्रहण को सफल बनाया, जिससे यह परियोजना समय पर आगे बढ़ सकी। इस कार्य ने उन्हें क्षेत्र में एक कुशल और संवेदनशील नेता के रूप में स्थापित किया।
कानून निर्माण में सक्रियता: लिफ्ट एक्ट 2024
धीरेंद्र सिंह ने 2024 में एक और ऐतिहासिक कदम उठाया जब उन्होंने उत्तर प्रदेश लिफ्ट और एस्केलेटर एक्ट के लिए जोरदार पैरवी की। नोएडा की एक सोसाइटी में हुए दुर्घटना के बाद उन्होंने आम जनता की सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता जताई और विधानसभा में इसका मुद्दा उठाया।
व्यक्तिगत जीवन में सरलता
धीरेंद्र सिंह का जीवन परिचय सिर्फ राजनीति तक सीमित नहीं है, बल्कि उनका पारिवारिक जीवन भी सादगी और अनुशासन से भरा हुआ है। उनका विवाह 17 जनवरी 1993 को ऊषा सिंह से हुआ। उनके दो बच्चे हैं—एक पुत्र और एक पुत्री। पारिवारिक मूल्यों और सामाजिक जिम्मेदारियों के संतुलन ने उन्हें एक आदर्श जनप्रतिनिधि बना दिया है।
धीरेंद्र सिंह का जीवन परिचय और उनका राजनीतिक सफर उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक प्रेरणा है। छात्र राजनीति से लेकर भूमि अधिग्रहण आंदोलन तक और अब जेवर एयरपोर्ट जैसे ऐतिहासिक प्रोजेक्ट तक उनकी भूमिका सराहनीय रही है। कांग्रेस से बीजेपी तक का उनका सफर इस बात का प्रमाण है कि जब नेतृत्व जनहित में हो, तो बदलाव संभव होता है।
उत्तर प्रदेश 2022 विधानसभा में 403 सीटों पर विभिन्न जातियों और धर्मों के विधायकों का प्रतिनिधित्व
Gautam Buddha Nagar Assembly Election Results 2022
सीट | विजेता (पार्टी) | कुल वोट (विजेता) | निकटतम प्रतिद्वंदी (पार्टी) | कुल वोट (द्वितीय) | जीत का अंतर |
---|
नोएडा | पंकज सिंह (BJP) | 2,44,319 | सुनील चौधरी (सपा-रालोद) | 62,806 | 1,81,513 |
दादरी | तेजपाल नागर (BJP) | 2,18,068 | राजकुमार भाटी (सपा-रालोद) | 79,850 | 1,38,218 |
जेवर | धीरेंद्र सिंह (BJP) | 1,17,205 | अवतार भड़ाना (सपा-रालोद) | 60,890 | 56,315 |