Ajay Singh Political Journey : शिव कुमार सिंह के सबसे छोटे पुत्र के रूप में जन्म लेने वाले अजय सिंह का जन्म कटरा गांव के एक साधारण किसान परिवार में हुआ। उनकी पृष्ठभूमि पूरी तरह से कृषि आधारित है और आज भी उनका परिवार किसान है। उनके पिताजी ग्राम सभा के प्रधान रह चुके हैं, जिससे उनके परिवार की राजनीतिक और सामाजिक सक्रियता का आरंभ हुआ।
MLA अजय सिंह का राजनीतिक सफर Ajay Singh Political Journey
अजय सिंह ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा महाकवि तुलसीदास पीजी कॉलेज से प्राप्त की और फिर लखनऊ विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री हासिल की। पढ़ाई के साथ-साथ उन्होंने कठिनाइयों का सामना करते हुए अपने जीवन को आगे बढ़ाया। उनके पिताजी प्रधान रहे और धर्मपत्नी परसपुर की प्रमुख बनीं।
July 2021 में परसपुर ब्लॉक में प्रमुख पद के लिए भाजपा समर्थित प्रियंका सिंह ( पत्नी अजय सिंह ) निवासी ग्राम कडरू परसपुर ब्लॉक से निर्विरोध ब्लॉक प्रमुख निर्वाचित हुईं।
इसके बाद अजय सिंह का ध्यान करनैलगंज की समस्याओं पर गया, जहां उन्होंने क्षेत्र की खुशहाली और विकास के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया।
अजय सिंह की जनता में बढ़ती लोकप्रियता और सेवा के प्रति उनके समर्पण को देखते हुए भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने उन्हें करनैलगंज से अपना प्रत्याशी घोषित किया।
कभी ‘अंतरात्मा’ जगी और पाला बदल हो गया ?
अजय सिंह का परिवार शुरू से ही बीजेपी के साथ रहा है. अजय कुमार सिंह लंबे समय से विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटे हुए थे। भले ही उनका निवास लखनऊ में था, लेकिन उनका करनैलगंज विधानसभा की जनता से निरंतर संपर्क बना रहा। उन्होंने क्षेत्र की समस्याओं और जरूरतों को समझते हुए समय-समय पर वहां का दौरा किया और जनता के बीच अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई। उनकी सक्रियता और जुड़ाव से करनैलगंज की जनता में उनका प्रभाव गहरा हुआ, और यही वजह थी कि वह चुनाव के लिए पूरी तरह से तैयार थे।
भाजपा उम्मीदवार अजय कुमार सिंह ने करनैलगंज विधानसभा सीट से 35,472 मतों के अंतर से बड़ी जीत हासिल की। उन्होंने समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार योगेश प्रताप सिंह उर्फ़ योगेश भैया को हराया। यह जीत उनके लंबे समय से चल रहे राजनीतिक प्रयासों और क्षेत्र की जनता से जुड़े रहने का परिणाम है।