हरेंद्र सिंह तेवतिया का जीवन परिचय एक ऐसे जनप्रतिनिधि की कहानी है, जिनकी जड़ें भारतीय राजनीति के इतिहास से जुड़ी हैं। इनका जन्म 20 मई 1966 को उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले के नूरपुर मढैया गांव में हुआ था। हरेंद्र सिंह वर्तमान में 54 वर्ष के हैं और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सक्रिय नेता हैं।
उनके पिता का नाम पितम सिंह है। गांव नूरपुर में स्थित इनका स्थायी निवास आज भी ग्रामीण परिवेश और राजनीतिक मूल्यों का प्रतीक बना हुआ है। वे MVP Estate Pvt. Ltd. के निदेशक हैं और व्यवसाय से भी जुड़े हुए हैं। उनकी पत्नी ममता तेवतिया एक प्रतिष्ठित सामाजिक कार्यकर्ता और तीन बार की ब्लॉक प्रमुख रह चुकी हैं।
हरेंद्र सिंह का राजनीतिक वंशज होना भी उनके जीवन परिचय में एक अहम आयाम जोड़ता है। वे भारत के पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय चौधरी चरण सिंह के रिश्ते में पोते हैं। दरअसल, चौधरी चरण सिंह उनके स्वर्गीय दादा के छोटे भाई थे, जिससे उनका पारिवारिक संबंध राजनीतिक विरासत से सीधे जुड़ता है।
गढ़ विधानसभा से हरेंद्र सिंह तेवतिया का राजनीतिक सफर
गढ़ विधानसभा से भाजपा विधायक का राजनीतिक सफर हरेंद्र सिंह तेवतिया के लिए सत्ता से पहले सेवा का मार्ग रहा है। उनका राजनीतिक करियर वर्षों के जनसंघर्ष, स्थानीय नेतृत्व और सामाजिक प्रतिबद्धता का परिणाम है।
राजनीति में उनका पहला बड़ा कदम 2015 में जिला पंचायत सदस्य के रूप में हुआ, जब उन्होंने वार्ड संख्या 13 से चुनाव लड़ा और मेरठ मंडल में सर्वाधिक वोटों से विजय प्राप्त की। यह जीत केवल उनके नाम की नहीं, बल्कि उनके कार्यों की स्वीकृति थी।
हरेंद्र सिंह तेवतिया की पत्नी ममता तेवतिया भी राजनीति में सक्रिय रहीं। वर्ष 2000 में वह पहली बार ग्राम प्रधान बनीं। 2005 में दोबारा ग्राम प्रधान बनने के बाद हापुड़ ब्लॉक की प्रमुख चुनी गईं। यह सिलसिला 2010 और 2021 तक जारी रहा, जब ममता तेवतिया ने तीसरी बार ब्लॉक प्रमुख के रूप में जनसेवा की जिम्मेदारी संभाली।
हरेंद्र सिंह का राजनीतिक अनुभव परिवार से मिला हुआ नेतृत्व, संगठनात्मक समझ और जनसंवाद पर आधारित रहा है। यही कारण है कि पार्टी ने 2022 में गढ़ विधानसभा सीट से भाजपा का टिकट उन्हें दिया और पूर्व विधायक डॉ. कमल मलिक का टिकट काटा गया।
हरेंद्र सिंह तेवतिया : गढ़ विधानसभा चुनाव 2022: जनादेश का प्रमाण
2022 के विधानसभा चुनाव में हरेंद्र सिंह तेवतिया को भारतीय जनता पार्टी ने गढ़ विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवार बनाया। यह फैसला पार्टी के लिए रणनीतिक था, क्योंकि वे न केवल एक राजनीतिक परिवार से आते हैं, बल्कि स्थानीय स्तर पर गहरी पकड़ और व्यापक जनसंपर्क के लिए भी जाने जाते हैं।
चुनाव में उन्होंने प्रभावशाली प्रदर्शन किया और भारी मतों से जीत दर्ज कर गढ़ की जनता का भरोसा जीत लिया। यह विजय उनके राजनीतिक सफर की महत्वपूर्ण उपलब्धि थी, जो उन्हें सीधे विधान सभा की जिम्मेदारियों तक लेकर आई।
नूरपुर से गढ़ तक: जनता से जुड़ाव और विकास की सोच
हरेंद्र सिंह तेवतिया का राजनीतिक सफर नूरपुर गांव से शुरू होकर गढ़ की विधान सभा तक पहुंचा है। इस सफर में उन्होंने न केवल व्यक्तिगत पहचान बनाई, बल्कि अपने क्षेत्र के विकास, किसान हितों और ग्रामीण सशक्तिकरण को भी प्राथमिकता दी है।
चौधरी चरण सिंह की विचारधारा को आत्मसात करते हुए, हरेंद्र सिंह गांव, गरीब और कृषि पर आधारित राजनीति को आगे बढ़ा रहे हैं। उनका मानना है कि सच्ची राजनीति वही है, जो जनता के बीच से निकलती है और उन्हीं के लिए काम करती है।
उत्तर प्रदेश 2022 विधानसभा में 403 सीटों पर विभिन्न जातियों और धर्मों के विधायकों का प्रतिनिधित्व
हापुड़ जिले के विजेता प्रत्याशी (विधानसभा चुनाव 2022) Hapur Assembly Election Results 2022
विधानसभा सीट | विजेता प्रत्याशी | पार्टी (दल) | प्राप्त वोट | जीत का अंतर |
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हापुड़ | विजयपाल आढ़ती | भारतीय जनता पार्टी (BJP) | 1,10,432 | 7,034 |
धौलाना | धर्मेश सिंह तोमर | भारतीय जनता पार्टी (BJP) | 95,672 | 12,628 |
गढ़मुक्तेश्वर | हरेंद्र सिंह | भारतीय जनता पार्टी (BJP) | 1,25,389 | 26,306 |