अंजुला सिंह माहौर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की एक प्रमुख नेता हैं, जिन्होंने आगरा की पहली महिला मेयर और हाथरस विधानसभा क्षेत्र से पहली महिला विधायक (Anjula Singh Mahaur Political Journey) बनने का गौरव प्राप्त किया। उनका राजनीतिक सफर संघर्ष, कड़ी मेहनत और जनता के समर्थन का एक बेहतरीन उदाहरण है।
प्रारंभिक जीवन और शिक्षा (Anjula Singh Mahaur Political Journey)
- अंजुला सिंह माहौर का जन्म उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में हुआ।
- उन्होंने एलएलबी (विधि स्नातक) की डिग्री प्राप्त की और इसके बाद राजनीति में सक्रिय रूप से शामिल हो गईं।
- उनका विवाह सुधीर कुमार माहौर से हुआ, जो जीएसटी सेंट्रल में असिस्टेंट कमिश्नर हैं।
राजनीति में प्रवेश और आगरा की मेयर बनीं
- 2008 में भाजपा ने उन्हें आगरा नगर निगम के मेयर पद के लिए टिकट दिया।
- उस समय बसपा की सरकार थी और उनके छह विधायक विधानसभा में मौजूद थे।
- बसपा की प्रत्याशी डॉ. रेखा कुमारी को 26,000 वोटों से हराकर आगरा की मेयर बनीं।
- उनका कार्यकाल 2008-2013 तक चला, जिसमें उन्होंने कई विकास कार्यों को अंजाम दिया।
मेयर के कार्यकाल में उपलब्धियां
- जवाहरलाल नेहरू अर्बन रिन्यूवल मिशन के तहत 700 करोड़ रुपये की योजनाओं को मंजूरी दिलाई।
- गंगाजल परियोजना के लिए 1200 करोड़ रुपये की मंजूरी मिली।
- 2008 में पुर्तगाल में आयोजित समारोह में ताजमहल को विश्व के सात अजूबों में शामिल करने की ट्रॉफी प्राप्त की।
- चीन में आगरा का प्रतिनिधित्व किया और विदेशों में शहर की छवि को मजबूत किया।
विधानसभा चुनाव और पहली महिला विधायक बनीं (Anjula Singh Mahaur Political Journey)
- 2022 में भाजपा ने उन्हें हाथरस सुरक्षित सीट से टिकट दिया।
- एक लाख से अधिक वोटों के अंतर से बहुजन समाज पार्टी की किरण प्रभा केशरी को हराया।
- हाथरस जिले के गठन के बाद वह पहली महिला विधायक बनीं।
- उनकी जाति माहौर समुदाय से आती है, जो हाथरस और आसपास के जिलों में निर्णायक वोट बैंक माना जाता है।
हाथरस विधानसभा क्षेत्र से अंजुला सिंह माहौर करोड़पति हैं। उनके पति, सुधीर कुमार माहौर, आरआरएस से जुड़े हैं और जीएसटी सेंट्रल में असिस्टेंट कमिश्नर के पद पर कार्यरत हैं। अंजुला माहौर ने वर्ष 2020-2021 की आयकर विवरणी में अपनी आय 3.77 लाख रुपये घोषित की है, जबकि उनके पति ने 15.25 लाख रुपये की आय दिखाई है।
अंजुला और उनके पति की संयुक्त संपत्ति में 90 हजार रुपये नकद, बैंक खातों में 8.81 लाख रुपये, 1.94 करोड़ रुपये के बंधपत्र और शेयर, 25 लाख रुपये की एलआईसी पॉलिसी और 12 लाख रुपये मूल्य की ऑडी कार शामिल हैं।
इसके अलावा, अंजुला माहौर के पास 25 लाख रुपये के आभूषण हैं, जबकि उनके पति के पास 2.5 लाख रुपये के गहने हैं। हथियारों की बात करें तो अंजुला के नाम एक रायफल और एक दोनाली बंदूक पंजीकृत है, जबकि उनके पति के पास एक पिस्टल है।
उन्होंने अपने शपथ पत्र में 1.80 करोड़ रुपये की संपत्ति घोषित की है। साथ ही, उन्होंने अपनी शैक्षणिक योग्यता विधि स्नातक (LLB) बताई है।
विवाद और जाति प्रमाणपत्र मामला (Anjula Singh Mahaur Political Journey)
- भ्रष्टाचार विरोधी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष केशव देव ने उन पर फर्जी जाति प्रमाणपत्र से चुनाव लड़ने का आरोप लगाया।
- एमपी-एमएलए कोर्ट में इस मामले की जांच के लिए प्रार्थना पत्र दायर किया गया।
- केशव देव ने राज्यपाल से भी शिकायत की और उनकी विधानसभा सदस्यता रद्द करने की मांग की।
राजनीतिक विरासत और भविष्य
- भाजपा में उनकी गहरी पैठ और संगठन पर मजबूत पकड़ के कारण उन्हें पार्टी में लगातार अहम जिम्मेदारियां मिलीं।
- मेयर रहते हुए और विधायक बनने के बाद भी उन्होंने महिला सशक्तिकरण, बुनियादी ढांचे और जल प्रबंधन जैसे मुद्दों पर कार्य किया।
- भले ही विवादों में घिरी रहीं, लेकिन जनता के बीच उनकी लोकप्रियता बनी हुई है।
अंजुला सिंह माहौर का राजनीतिक सफर (Anjula Singh Mahaur Political Journey) संघर्ष, सफलता और विवादों से भरा रहा है।
- आगरा की पहली महिला मेयर बनीं और शहर को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाई।
- हाथरस की पहली महिला विधायक बनीं और ऐतिहासिक जीत दर्ज की।
- भाजपा में मजबूत स्थिति के कारण वह आने वाले समय में भी पार्टी की अहम रणनीतियों का हिस्सा बनी रह सकती हैं।
उनकी नेतृत्व क्षमता और जनता से जुड़ाव उन्हें उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक महत्वपूर्ण चेहरा बनाते हैं।