जगदीश नारायण राय का जन्म 11 अप्रैल 1953 को उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले के कबीरूद्दीनपुर गाँव में एक सम्मानित भूमिहार ब्राह्मण परिवार में हुआ। इनके पिता स्वर्गीय दुर्गा नारायण राय एक प्रतिष्ठित कृषक थे जिन्होंने ग्रामीण विकास में सक्रिय भूमिका निभाई। श्री राय ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा स्थानीय विद्यालयों से प्राप्त करने के बाद स्नातक की डिग्री हासिल की और फिर एलएलबी की शिक्षा पूरी की।

1968 में इनका विवाह श्रीमती गीता राय से संपन्न हुआ। इस दंपति के दो पुत्र और दो पुत्रियाँ हैं। परिवार का मुख्य व्यवसाय कृषि होने के कारण उन्हें ग्रामीण जीवन और किसानों की समस्याओं की गहरी समझ प्राप्त हुई। कानून की शिक्षा ने उन्हें सामाजिक न्याय के प्रति संवेदनशील बनाया जो बाद में उनके राजनीतिक सफर का आधार बना।

जगदीश नारायण राय : राजनीतिक यात्रा का प्रारंभ और प्रारंभिक सफलता

जगदीश नारायण राय ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत कांग्रेस पार्टी से की। वे जौनपुर जिले के धर्मापुर ब्लॉक से चार बार प्रमुख चुने गए जिससे उनकी जनाधार मजबूत हुई। 1996 में उन्होंने एक महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए कांग्रेस छोड़कर बहुजन समाज पार्टी (बसपा) में प्रवेश किया।

बसपा में शामिल होने के बाद उन्हें 1996 में बयालसी विधानसभा सीट से टिकट मिला और वे पहली बार विधायक निर्वाचित हुए। इसके बाद वे लगातार दूसरी बार भी इसी सीट से विधायक चुने गए। परिसीमन के बाद जब बयालसी सीट समाप्त हो गई तो 2007 में उन्होंने जफराबाद विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा और विजयी हुए।

जगदीश नारायण राय : मंत्री पद और राजनीतिक उतार-चढ़ाव

जब-जब बसपा की सरकार उत्तर प्रदेश में बनी, जगदीश नारायण राय को कैबिनेट मंत्री का दायित्व सौंपा गया। मंत्री रहते हुए उन्होंने अपने विभागों में कई जनहितैषी योजनाएँ लागू कीं। हालाँकि 2012 के विधानसभा चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा और 2017 में बसपा ने उन्हें टिकट नहीं दिया।

2017 में उन्होंने बसपा छोड़कर कांग्रेस में वापसी की और सपा-कांग्रेस गठबंधन के तहत जफराबाद सीट से चुनाव लड़ा। 2021 में वे अखिलेश यादव के करीब आए और सुभासपा (सुहैलदेव भारतीय समाज पार्टी) से जुड़ गए।

2022 विधानसभा चुनाव और ऐतिहासिक जीत

2022 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी ने जगदीश नारायण राय को जफराबाद सीट से टिकट दिया। इस चुनाव में उनका मुकाबला भाजपा के हरेंद्र प्रसाद सिंह, बसपा के संतोष मिश्र और कांग्रेस की लक्ष्मी नागर से था। अपने दमदार जनसंपर्क और अनुभव के बल पर उन्होंने यह चुनाव जीता और एक बार फिर विधानसभा पहुँचे।

राजनीतिक दर्शन और सामाजिक योगदान

जगदीश नारायण राय की राजनीतिक विचारधारा में सामाजिक न्याय और ग्रामीण विकास प्रमुख हैं। उनका मानना है कि:

  • किसानों की समस्याओं का त्वरित समाधान होना चाहिए
  • गाँवों में शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार जरूरी है
  • महिला सशक्तिकरण के बिना समाज का विकास अधूरा है
  • युवाओं को रोजगारोन्मुखी प्रशिक्षण मिलना चाहिए

अपने लंबे राजनीतिक करियर में उन्होंने जफराबाद क्षेत्र में कई विकास कार्य करवाए हैं जिनमें सड़क निर्माण, स्कूलों का उन्नयन और कृषि संबंधी सुविधाओं का विस्तार प्रमुख हैं। जगदीश नारायण राय का जीवन परिचय और राजनीतिक सफर उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक अनुभवी नेतृत्व की मिसाल है।

Jaunpur Assembly Election Results 2022

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 – जौनपुर जिले की 9 सीटों का परिणाम

विधानसभा क्षेत्रविजेता प्रत्याशीपार्टी2017 में विजेता
बदलापुररमेश चंद्र मिश्राभारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.)रमेशचंद्र मिश्रा
जौनपुरगिरीश चंद्र यादवभारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.)गिरीश चंद्र यादव
केराकततूफानी सरोजसमाजवादी पार्टी (सपा)दिनेश चौधरी
मछलीशहररागिनी सोनकरसमाजवादी पार्टी (सपा)जगदीश सोनकर
मल्हनीलकी यादवसमाजवादी पार्टी (सपा)पारस नाथ यादव
मड़ियाहूंआर के पटेलअपना दल (सोनलयाल)लीना
मुंगरा बादशाहपुरपंकज पटेलसमाजवादी पार्टी (सपा)सुषमा
शाहगंजरमेश सिंहनिषाद पार्टी (भा.ज.पा.)शैलेंद्र यादव
जफराबादजगदीश नारायण रायसमाजवादी पार्टी (सपा)हरेंद्र प्रसाद सिंह

उत्तर प्रदेश 2022 विधानसभा में 403 सीटों पर विभिन्न जातियों और धर्मों के विधायकों का प्रतिनिधित्व

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