जयकिशन साहू का जीवन परिचय उनके सरल और समाज से जुड़े व्यक्तित्व को उजागर करता है। उनका जन्म उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जनपद के जलालाबाद गांव में हुआ। उनके पिता स्वर्गीय रामनाथ साहू एक ईमानदार और लोकप्रिय व्यक्ति थे। पारिवारिक जीवन में उनकी पत्नी छाया साहू हैं, जिनसे उन्हें चार संतानें हैं – दो बेटियां अनीता साहू और सुनीता साहू, तथा दो बेटे अंकुर साहू और सूरज साहू।
UP Election Results 2022: यूपी के वोटों के अंतर से जीत का Margin Meter
उन्होंने स्नातकोत्तर (M.A.) तक शिक्षा प्राप्त की है और राजनीति में आने से पहले वे व्यवसायी के रूप में कार्यरत थे। उनका जीवन एक आम नागरिक के रूप में शुरू हुआ, लेकिन समाज और संस्कृति के प्रति समर्पण ने उन्हें धीरे-धीरे एक जनप्रिय नेता बना दिया।
समर में जो चोट खाता है उसी का मान होता है, छुपी उस वेदना में अमर बलिदान होता है।@MediaCellSP @samajwadiparty @yadavakhilesh pic.twitter.com/mLdUXrXKvH
— JaiKishan Sahu MLA (@JaiKishansahusp) January 6, 2023
जयकिशन साहू : रामलीला मंच से सामाजिक सेवा की शुरुआत
जयकिशन साहू के जीवन परिचय में एक रोचक पहलू यह भी है कि उन्होंने श्री आदर्श रामलीला समिति जलालाबाद के मंच पर वर्षों तक विभिन्न किरदार निभाए। खासतौर पर राजा दशरथ और अंगद की भूमिका में वे कई बार मंच पर नजर आए। 212 वर्षों पुरानी रामलीला परंपरा में योगदान देना उनके सांस्कृतिक मूल्यों और जनसंवेदनशीलता को दर्शाता है।
विधायक बनने के बाद भी उन्होंने इस परंपरा को नहीं छोड़ा और एक बार फिर रामलीला में राजा दशरथ के किरदार को निभाकर यह साबित कर दिया कि राजनीति में आने के बाद भी वे अपनी जड़ों को नहीं भूले हैं। यह पहलू जयकिशन साहू के राजनीतिक जीवन परिचय में उनकी लोकप्रियता और ज़मीनी जुड़ाव को दर्शाता है।
जयकिशन साहू : राजनीति में प्रवेश और संघर्ष
जयकिशन साहू का राजनीतिक सफर संघर्ष और मेहनत से भरा रहा है। समाजवादी पार्टी के सक्रिय कार्यकर्ता के रूप में उन्होंने जमीनी स्तर पर पार्टी की विचारधारा को लोगों तक पहुँचाने का कार्य किया। स्थानीय मुद्दों को प्रमुखता से उठाते हुए उन्होंने जनता के बीच एक समर्पित नेता की छवि बनाई।
उनकी सादगी, मिलनसारिता और जनता के प्रति जवाबदेही ने उन्हें क्षेत्र में एक मजबूत जनाधार प्रदान किया। सदर विधानसभा क्षेत्र में उन्होंने निरंतर जनसंपर्क बनाए रखा और अपने चुनावी वादों को आधार बनाकर लोगों का विश्वास अर्जित किया।
विधानसभा चुनाव 2022: सधी रणनीति और करीबी जीत
2022 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में जयकिशन साहू ने गाजीपुर सदर सीट से समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ा। उनके सामने थीं भाजपा की मौजूदा विधायक संगीता बलवंत, जिनसे उनका मुकाबला बेहद कांटे का रहा।
इस चुनाव में जयकिशन साहू को 92,472 वोट मिले, जबकि संगीता बलवंत को 90,780 वोट प्राप्त हुए। मात्र 1,692 वोटों के बेहद कम अंतर से उन्होंने जीत दर्ज की। यह जीत दर्शाती है कि जनता का विश्वास उनके पक्ष में था और उन्होंने सामाजिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक समरसता के बल पर यह मुकाम हासिल किया।
यह चुनावी परिणाम जयकिशन साहू के राजनीतिक जीवन परिचय में एक निर्णायक मोड़ बन गया, जिसने उन्हें न सिर्फ सदर विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधि बनाया बल्कि समाजवादी पार्टी के उभरते चेहरों में भी शुमार कर दिया।
जनसेवा, संस्कृति और राजनीति का संगम
जयकिशन साहू का जीवन परिचय और राजनीतिक सफर यह दिखाता है कि सच्चे जनप्रतिनिधि वही होते हैं जो सत्ता में आने के बाद भी समाज और संस्कृति से जुड़े रहते हैं। रामलीला मंच से लेकर विधानसभा तक का उनका सफर यह साबित करता है कि राजनीति में मानवता, परंपरा और ईमानदारी की जगह आज भी बनी हुई है।
UP Election Results 2022: यूपी के वोटों के अंतर से जीत का Margin Meter
गाज़ीपुर ज़िले की विधानसभा सीटों का चुनाव परिणाम (2022) Ghazipur Assembly Election Results 2022
सीट का नाम | विजेता (पार्टी) | कुल वोट |
---|---|---|
जहूराबाद | ओमप्रकाश राजभर (सुभासपा) | 1,14,151 |
जखनियां | बेदी राम (सुभासपा-सपा गठबंधन) | 1,13,378 |
मुहम्मदाबाद | सुहैब अंसारी (सपा) | 1,10,683 |
जंगीपुर | वीरेंद्र यादव (सपा) | 1,02,091 |
सैदपुर | अंकित भारती (सपा) | 1,08,523 |
जमानियां | ओमप्रकाश सिंह (सपा) | 93,926 |
गाज़ीपुर सदर | जयकिशन साहू (सपा) | 92,472 |